फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर पर गिनाए जा रहे भाजपा की हार के कारण

सीतापुर। जिले में भाजपा की हार के बाद इंटरनेट मीडिया पाठशाला बन गई है। हर दूसरा-तीसरा पोस्ट सुझाव भरा दिख रहा है। किसी पोस्ट में नेताओं और पदाधिकारियों को जनता के बीच जाने तो कोई अति आत्मविश्वास से बचने का सुझाव दे रहा है। इन सब के बीच पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खामोश हैं। वह प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं।

नतीजों से पहले एग्जिट पोल में भाजपा की जीत देख इंटरनेट मीडिया भी भगवा हो गई थी। लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि पर पोस्ट डालकर भारतीय जनता उम्मीदवार राजेश वर्मा की विजय पक्की करके बधाई देने लगे थे। कुछ समर्थक तो एनडीए-3.0 सरकार में उनके मंत्री बनने की भी चर्चा भी करने लगे थे। हालांकि, चार जून की मतगणना में राजेश वर्मा को भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

राजेश वर्मा के हारते ही इंटरनेट मीडिया का रंग बदल गया जो लोग जीत की गारंटी दे रहे थे उन्होंने नसीहतें देनी शुरू कर दी। कुछ ने तो शब्दों की मर्यादा को भी ताक पर रख दिया। वहीं, कुछ ऐसे पोस्ट भी दिखे जिसे पढ़ने के बाद लोग मुस्करा दिए। इंटरनेट मीडिया पर इस तरह के पोस्ट का दौर अभी थमा नहीं है।

मतदाताओं की खामोशी बरकरार
चुनाव निपट गया है। जीतने और हारने वाले नेता अपने-अपने काम में लग गए हैं, लेकिन अभी गली मुहल्लों में चर्चाओं का दौर नहीं थमा है। लोग हार-जीत की चर्चा तो जरूर कर रहे हैं, लेकिन वोट किसे देकर आए हैं। इसकी भनक तक नहीं लगने दे रहे हैं। इधर-उधर की बातें बताकर सामने वाले बहका रहे हैं। खासकर ग्रामीण अंचल में लोगों के बीच रोचक संवाद सुनने को मिल रहा है।

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