भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष अमीन पठान बुधवार (16 नवंबर) को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए. इस दौरान कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद रहे.
मीडिया से बातचीत में अमीन पठान ने कहा कि, वह 25 वर्षों तक भाजपा में रहे क्योंकि वह देश को एकजुट करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी, भैरों सिंह शेखावत और अन्य नेताओं की नीतियों से प्रेरित थे. उन्होंने आरोप लगाया, ”आज की भाजपा में केवल गुजरात के लोगों और उद्योगपतियों को ही बढ़ावा दिया जा रहा है.”
‘एक वर्ग को पूरी तरह नजरअंदाज कर रही बीजेपी’
अमीन पठान ने आगे कहा, “उन्होंने (भाजपा ने) ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा दिया, लेकिन हकीकत यह है कि चुनाव में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया गया. समाज के एक वर्ग को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है. ऐसी बातों से आहत होकर मैंने यह फैसला किया कि भाजपा छोड़ो और कांग्रेस में शामिल हो जाओ.”
कौन हैं अमीन पठान?
अमीन पठान ने वर्ष 2005 में राजनीति में डेब्यू किया था. राजनीति में उनकी एंट्री भाजपा नेता भवानी सिंह राजावत से मिलने के बाद ही हुई. इसके बाद अमीन ने विज्ञान नगर से परिषद चुनाव जीता और राजस्थान सरकार के राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया. अमीन की पहचान धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में होती है. अमीन को वसुंधरा राजे का भी खास माना जाता था. इसके अलावा अमीन सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़कर शामिल होते हैं. लोगों के बीच उनकी पॉपुलैरिटी अच्छी खासी है.
अमीन पठान पूर्व में दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब अजमेर (भारत सरकार) के अध्यक्ष और प्रतिष्ठित राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. अमीन आज जिस मुकाम पर हैं, वहां तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा है. अमीन पठान का जन्म 7 मई, 1973 को अमीर मोहम्मद पठान और राबिया पठान के घर में हुआ था.