राजस्थान चुनाव में सियासी जंग…

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार (25 नवंबर) को मतदान हो रहा है. राज्य की 200 सीटों में से 199 पर मतदान कराया जा रहा है. मतदान को सुचारु और शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए काफी तैयारी की गई है. सुरक्षा का खास इंतजाम किया गया है.

राजस्थान विधानसभा चुनाव की मतगणना बाकी चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के साथ ही 3 दिसंबर को होगी. आइये राजस्थान चुनाव से जुड़े हर सवाल का जवाब जानते हैं.

सवाल: राजस्थान में कब से चला आ रहा हर पांच साल में सरकार बदल जाने का रिवाज?

जवाब: 1993 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद से हर पांच साल में राजस्थान में सरकार बदल जाने का रिवाज चला रहा है. इन लगभग तीन दशक में हुए चुनावों में एक बार बीजेपी तो एक बार कांग्रेस की सरकार बनती आई है. इस बार विधानसभा चुनाव को राज यानी सरकार और रिवाज बदलने की सियासी जंग के रूप में देखा जा रहा है.

बीजेपी को इस चुनाव में जहां यह रिवाज बरकरार रहने की उम्मीद है तो वहीं कांग्रेस उम्मीद कर रही है कि इस बार यह रिवाज ही बदलेगा और फिर से उसकी सरकार बनेगी. दोनों पार्टियों ने राज और रिवाज बदलने की सियासी जंग पूरी ताकत झोंकते हुए जोरदार चुनाव प्रचार किया है, जो गुरुवार (23 नवंबर) को थम गया था.

सवाल: राजस्थान में चुनावी मुद्दे क्या हैं?

जवाब: राजस्थान विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के अपने मुद्दे हैं लेकिन जनता की नजर में बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे, बुनियादी सुविधाओं जैसे कि बिजली, पानी और सड़क, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा, महंगाई, विकास और अन्य मुद्दे हैं. हाल में (29 अक्टूबर) को प्रकाशित एबीपी-सी-वोटर ओपिनियन पोल के आंकड़ों से इसका पता चलता है.

पोल में शामिल लोगों की राय के मुताबिक, राज्य में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है. 34 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी, 17 फीसदी ने किसानों के मुद्दे, 14 फीसदी ने बिजली/सड़क/पानी, 13 फीसदी ने भ्रष्टाचार, 8 फीसदी ने कानून व्यवस्था/महिला सुरक्षा, 7 फीसदी ने महंगाई, 3 फीसदी ने विकास को मुद्दा बताया था. वहीं, 4 फीसदी लोगों ने कुछ अन्य मुद्दे भी बताए थे.

सवाल: कांग्रेस के प्रचार में किन बातों पर रहा फोकस?

जवाब: कांग्रेस ने अपने प्रचार को अशोक गहलोत सरकार के काम, उसकी योजनाओं और कार्यक्रमों पर केंद्रित किया है और दोबारा सरकार बनने पर दी गई सात गारंटी को पूरा करने का वादा किया है. वहीं, कांग्रेस ने कारोबारियों से केंद्र सरकार के संबंधों को लेकर बीजेपी पर हमला बोला और जातीय गणना और गहलोत सरकार की उपलब्धियों के मुद्दे पर जनता का ध्यान खींचने की कोशिश की.

सवाल: बीजेपी किन मुद्दों को लेकर गहलोत सरकार पर हमलावर?

जवाब: राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार अभियान में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. बीजेपी ने परिवारवाद, लाल डायरी और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कांग्रेस को जमकर घेरा. बीजेपी नेता अपने अभियान में महिलाओं के खिलाफ अपराध, तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर रहे हैं.

सवाल: 200 में से 199 सीटों पर क्यों हो रहा है चुनाव?

जवाब: राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं लेकिन 199 सीटों पर मतदान हो रहा है. करणपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर का पिछले दिनों निधन होने के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित किया गया है.

सवाल: राजस्थान में कुल कितने उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं?

जवाब: राजस्थान विधानसभा चुनाव में 199 सीटों पर कुल 1862 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. बीजेपी ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और कांग्रेस ने 2018 की तरह सहयोगी आरएलडी के लिए एक सीट (भरतपुर) छोड़ी है. इस सीट से आरएलडी के मौजूदा विधायक सुभाष गर्ग चुनाव लड़ रहे हैं.

सवाल: कुल कितने मतदाता करेंगे उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला?

जवाब: अधिकारियों के मुताबिक, राजस्थान में मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 25 लाख 38 हजार 105 है. इनमें 18-30 आयु वर्ग के 1 करोड़ 70 लाख, 99 हजार 334 युवा मतदाता शामिल हैं, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22 लाख 61 हजार 8 नए मतदाता शामिल हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के मुताबिक, मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा.

सवाल: कांग्रेस के वीआईपी उम्मीदवार कौन हैं?

जवाब: कांग्रेस के वीआईपी उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (सरदारपुरा सीट), कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (लक्ष्मणगढ़), विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी (नाथद्वारा), मंत्री शांति धारीवाल (कोटा उत्तर), बीडी कल्ला (बीकानेर पश्चिम), भंवर सिंह भाटी (कोलायत), सालेह मोहम्मद (पोकरण), ममता भूपेश (सिकराय), प्रताप सिंह खाचरियावास (सिविल लाइंस), राजेंद्र यादव (कोटपूतली), शकुंतला रावत (बानसूर), उदय लाल आंजना (निम्बाहेड़ा), महेंद्रजीत सिंह मालवीय (बागीदौरा), अशोक चांदना (हिंडोली) और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (टोंक) शामिल हैं.

सवाल: बीजेपी के वीआईपी उम्मीदवार कौन हैं?

जवाब: बीजेपी के वीआईपी उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (झालरापाटन), नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (तारानगर), उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया (आमेर), सांसद दीया कुमारी (विद्याधर नगर), राज्यवर्धन राठौड़ (झोटवाड़ा), बाबा बालकनाथ (तिजारा) और किरोड़ी लाल मीणा (सवाई माधोपुर) शामिल हैं.

सवाल: राजस्थान में सबसे अमीर कैंडिडेट कौन?

जवाब: राजस्थान चुनाव में कांग्रेस के रपीक मंडेलिया सबसे अमीर उम्मीदवार हैं, जो चुरू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, मंडेलिया ने 1,66,48,38,662 (166 करोड़ से ज्यादा) रुपये की संपत्ति घोषित की है. दूसरे नंबर पर सबसे रईस उम्मीदवार बीजेपी के प्रेम सिंह बाजौर हैं, जो नीम का थाना सीट से चुनावी मैदान में हैं. उन्होंने 1,23,23,31,111 (123 करोड़ से ज्यादा) रुपये की संपत्ति घोषित की है. तीसरे नंबर पर निम्बाहेड़ा सीट से बीजेपी उम्मीदवार उदय लाल आंजना हैं. उन्होंने 1,22,94,84,569 (122 करोड़ से ज्यादा) रुपये की संपत्ति घोषित की है.

सवाल: बीजेपी और कांग्रेस ने किसे-किसे दिया टिकट?

जवाब: बीजेपी ने कांग्रेस से आए विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा, छह सांसदों और एक राज्यसभा सदस्य समेत 59 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले प्रमुख चेहरों में से एक पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा हैं, जो नागौर से चुनाव लड़ रही हैं. वहीं कांग्रेस ने सात निर्दलीय विधायकों और बीजेपी से निष्कासित विधायक शोभारानी कुशवाह समेत 97 विधायकों को मैदान में उतारा है.

सवाल: हनुमान बेनीवाल कहां से लड़ रहे चुनाव?

जवाब: नागौर से सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल भी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी पार्टी पार्टी ने चन्द्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ चुनावी गठबंधन किया है. बेनीवाल खींवसर सीट से किस्मत आजमा रहे हैं.

सवाल: और कौन-कौन सी पार्टियां लड़ रहीं राजस्थान में चुनाव?

जवाब: राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है लेकिन और भी कई पार्टियों ने अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं. इनमें माकपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, भारत आदिवासी पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी, आम आदमी पार्टी, एआईएमआईएम समेत कई पार्टियां भी मैदान में हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों के 40 से ज्यादा बागी भी मैदान में हैं.

सवाल: मौजूदा विधानसभा में किस पार्टी के कितने विधायक?

जवाब: मौजूदा विधानसभा की बात करें तो इस समय कांग्रेस के 107 विधायक, बीजेपी के 70, आरएलपी के तीन, माकपा और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो-दो और राष्ट्रीय लोक दल का एक विधायक है. निर्दलीय विधायक 13 हैं जबकि दो-दो सीट (उदयपुर और करणपुर) खाली है.

सवाल: राजस्थान चुनाव के लिए कितने मतदान केंद्र बनाए गए हैं?

जवाब: न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के मुताबिक, राजस्थान में कुल 36,101 स्थानों पर कुल 51,507 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 10,501 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र में और 41,006 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं.

26,393 मतदान केंद्रों से लाइव वेबकास्टिंग होगी. जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी की जाएगी. उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में 65,277 बैलेट यूनिट, 62,372 कंट्रोल यूनिट और 67,580 वीवीपैट मशीनें (रिजर्व सहित) मतदान कार्य में उपयोग में लाई जाएंगी.

सवाल: कितने मतदान कर्मियों की दी गई जिम्मेदारी?

जवाब: मुख्य निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक, विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए 6,287 ‘माइक्रो आब्जर्वर’ और 6247 सेक्टर अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह 2,74,846 मतदान कर्मी मतदान कराएंगे. 7,960 महिला मतदानकर्मी महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों पर और 796 दिव्यांग चुनावकर्मी दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्रों पर जिम्मेदारी संभालेंगे.

सवाल: मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए कितने सुरक्षाकर्मी तैनात?

जवाब: न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए 1 लाख 70 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इनमें राजस्थान पुलिस के 70 हजार से ज्यादा जवान,18 हजार राजस्थान होमगार्ड, दो हजार राजस्थान बॉर्डर होमगार्ड शामिल हैं.

वहीं, अन्य राज्यों जैसे कि उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और मध्य प्रदेश के 15 हजार होमगार्ड और आरएसी की 120 कंपनियां भी तैनात की गई हैं.

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