पुलिस सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय ने बढ़ाया उन्नाव का मान
उन्नाव। नव अंशिका फाउंडेशन द्वारा 29 मार्च को लखनऊ में आयोजित होने वाले ” द ग्रेट शक्ति स्वरूपा उत्सव ” के अवसर पर पुरुषों के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय कार्यों से नाम अर्जित करने वाली 09 महिला शक्तियों को मिलने वाले नव अंशिका सर्वश्री सम्मान हेतु जनपद उन्नाव पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय को चयनित किया गया है। मुख्य अतिथि अपर्णा यादव (समाज सेविका / भाजपा नेत्री) द्वारा सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय को नव अंशिका सर्वश्री सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। 49 वर्षीय रीना पाण्डेय के पति अनूप मिश्रा अपूर्व भी जनपद उन्नाव में सब इंस्पेक्टर के पद पर सेवारत हैं और बेटा आनंद कृष्ण मिश्रा अमेरिका की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहा है। संस्था अध्यक्षा और कार्यक्रम की आयोजक नीशू त्यागीने कहा कि हमारे देश में बहुत से ऐसे पुलिस वाले हैं जिनके नेक कामों से पब्लिक के बीच पुलिस की छवि बदल रही है, जहां एक और अपराधियों के मन में वर्दी का खौफ है वहीं दूसरी ओर यही वर्दी समाज में बदलाव की कहानी लिख रही है ऐसे ही नेक दिल लोगों में से एक हैं महिला पुलिस सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय। पुलिस सेवा के दायित्वों को बाखूबी निभाने के साथ सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए जनपद उन्नाव में तैनात पुलिस सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय को नव अंशिका सर्वश्री सम्मान से नवाजा जायेगा। सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय का मानना है कि महिलाएं मजबूत और आत्मनिर्भर बनने के लिए तालीम को जरिया बनाकर अपने बुलंद हौसले के दम पर अपने हुनर और सपनों को ऊँची उड़ान दे सकती हैं, परिवार, समाज और देश की तरक्की में अहम भूमिका निभा सकती हैं। पुलिस वाली दीदी के नाम से लोकप्रिय उप निरीक्षक रीना पाण्डेय को विशेषकर गरीब महिलाओं की मदद करके आनंद मिलता है, इसलिए उनका प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक गरीब महिलाओं को कानूनी जानकारी दी जाए और उनके अधिकार दिलाए जाएं। रीना पाण्डेय पिछले 25 वर्षों में 1 लाख से अधिक गरीब महिलाओं को जागरूक कर चुकी हैं। जरुरतमंद महिलाओं और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 50 से अधिक गांवों में सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सिलाई कढ़ाई केंद्र खुलवाकर सकड़ों महिलाओं को लाभ पहुंचा रही हैं । उप निरीक्षक रीना पाण्डेय द्वारा 10 गरीब बच्चियों को शैक्षिक अंगीकार किया गया है ।
गांव और कच्ची बस्तियों में समय समय पर आत्मरक्षा प्रशिक्षण, योग पाठशाला, व्यवहारिक कार्यशाला (केक, अचार मुरब्बा, कैंडल, सॉस, जैम, साबुन आदि बनाने का प्रशिक्षण) महिला स्वालंबन आदि सरोकार करने वाली रीना पाण्डेय लड़कियों को पढ़ाने के लिए उनके माता पिता को प्रोत्साहित करती हैं । कुछ महिलाएं अशिक्षित होने के कारण कानून के बारे में जानकारी नहीं रखती, इसलिए उनका प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक महिलाओं को कानून के बारे में जानकारी दी जाए और उनके अधिकारों की रक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि कुछ महिलाएं आर्थिक स्थिति के चलते कानूनी मदद लेने में सक्षम नहीं होती, इसलिए वे ऐसी महिलाओं की मदद करती है, जो बेहद गरीब हैं। वे अपने पति पुलिस सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व की प्रेरणा और सहयोग से गरीबों की मदद के लिए आगे बढ़ रही हैं। रीना पाण्डेय को इससे पहले भी देश प्रदेश की कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है ।