नाबालिग से दुष्कर्म मामले में आरोपी पुलिस अधिकारी गिरफ्तार

जयपुर। राजस्थान में शुक्रवार को दौसा जिले में एक पुलिस उप-निरीक्षक ने नाबालिग लड़की से कथित तौर पर दुष्कर्म किया है। इस मामले में आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। फिलहाल, आरोपी पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की पूछताछ हो रही है।

आरोपियों को मिलनी चाहिए फांसी की सजा
इस मामले पर राजस्थान के मंत्री प्रताप खाचरियावास ने कहा, “ऐसे मामलों में दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। अपराध को रोकना हर किसी की जिम्मेदारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि दोषियों को मौत की सजा मिले।”

NCPCR का गहलोत सरकार को नोटिस
पुलिसकर्मी द्वारा एक नाबालिग लड़की के साथ कथित दुष्कर्म पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि वह राजस्थान सरकार को नोटिस भेजने वाले हैं।

“हमने मामले को संज्ञान में लिया है। हम राजस्थान सरकार को एक नोटिस जारी कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि सिस्टम कितना असंवेदनशील हो गया है। हमें जो शुरुआती जानकारी मिली है, उसके मुताबिक हम कार्रवाई कर रहे हैं। परिवार की सुरक्षा भी सुनिश्चित करना जरूरी है। आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मिले और उसे उचित परामर्श दिया जाए।”

आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश
वहीं, मामले पर एएसपी रामचंद्र सिंह ने कहा, “हमने आईपीसी की धारा 376 के तहत एफआईआर दर्ज की है। हम घटना के बारे में विवरण नहीं दे सकते, क्योंकि मामला POCSO अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है। वहीं, दौसा में एक पुलिसकर्मी द्वारा नाबालिग से कथित दुष्कर्म मामले पर राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा न कहा, “मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। आरोपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर को बर्खास्त करने का आदेश दिया गया है।”

सब-इंस्पेक्टर द्वारा नाबालिग से कथित दुष्कर्म पर एएसपी दौसा बजरंग सिंह ने कहा, “पास में रहने वाले एक परिवार की शिकायत के आधार पर भूपेन्द्र नाम के एक एसआई के खिलाफ राहुवास पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। शिकारयकर्तओं ने उस पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। नाबालिग लड़की की मेडिकल जांच कराई जा रही है।”

भाजपा नेताओं ने घेरा
नाबालिग से दुष्कर्म पर राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, “हम इस घटना की निंदा करते हैं और आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। पांच साल से ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं और लगातार बढ़ती जा रही हैं? जब सरकार और प्रशासन इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज कर देते हैं, तो फिर अपराधी ऐसे अपराध करने में सफल हो जाते हैं।”

शहजाद पूनावाला ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजस्थान के दुष्कर्म के नंबर 1 बनने पर भी प्रियंका गांधी चुप हैं।
राजस्थान के दौसा में, राजस्थान पुलिस में एसआई द्वारा 4 साल की मासूम से दुष्कर्म पर विरोध प्रदर्शन। आज गहलोत राज में रक्षक भी भक्त बन गया है। महिला अत्याचार की प्रतिदिन 20-22 घटनाएं हो रही है, लेकिन राजस्थान के दुष्कर्म में नंबर 1 बनने पर भी प्रियंका गांधी चुप हैं। इसके बजाय वह शांति धारीवाल को पुरस्कृत करती है जो “मर्दों का प्रदेश” कहते हैं और बलात्कारों को उचित ठहराते हैं।”

घटना पर बीजेपी नेता रामचरण बोहरा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब मौजूदा सरकार को हटाने का समय आ गया है।
पिछले 5 सालों से जिस तरह से दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं, प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा रही है। अब समय आ गया है कि राज्य में मौजूदा सरकार को हटाएं। जिन्हें जनता की रक्षा के लिए तैनात किया गया है, वहीं रक्षक आज भक्षक बन गए हैं। जब सदन में इन मामलों को भाजपा उठाती है, तो कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री मर्दों का गुनगान करके उन बातों को दबाने की कोशिश करते हैं।”

इस मामले पर भाजपा प्रत्याशी दीया कुमारी ने कहा कि प्रियंका गांधी चुनावी दौरे करने आई, लेकिन एक भी पीड़िता के घर मिलने नहीं गईं।
“यह एक शर्मनाक घटना है। राजस्थान में पिछले पांच साल में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इस पर गहलोत सरकार चुप है और न्याय नहीं दिलाती। मुझे शर्म आती है कि अब राजस्थान को दुष्कर्म की राजधानी बुलाया जा रहा है। प्रियंका गांधी लगातार यहां चुनावी दौरे करने आ रही हैं, लेकिन एक भी बार किसी पीड़िता के घर नहीं गई।”

राजस्थान के दौसा में पुलिसकर्मियों द्वारा नाबालिग लड़की से कथित दुष्कर्म पर बीजेपी नेता अलका गुर्जर ने मांग की है कि पूरे थाने को ही सस्पेंड किया जाना चाहिए।
यह घटना निंदनीय और दर्दनाक है। पिछले पांच साल से इस सरकार का यही हाल है। उनकी प्राथमिकता अपने लोगों को लाभ पहुंचाना है, मेरी मांग है कि POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए और आरोपियों के खिलाफ जांच की जाए। मैं मांग करती हूं कि उस पूरे थाने को वहां से सस्पेंड किया जाए और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।

क्या है पूरा मामाला?
घटना लालसोट इलाके की है, जहां पुलिसकर्मी ने एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर अपने कमरे में ले गया और फिर वहां उस बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। एएसपी ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि, बच्ची की सही उम्र का पता मेडिकल जांच के बाद लगेगा, लेकिन इससे ज्यादा अब तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई है।

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