बाराबंकी। घटना यानि फोन पर जान-माल के नुकसान की धमकी की तहरीर थाने जाकर दिया, सीओ साहेबान को फोन से सूचना दी, पुलिस अधीक्षक की गैर मौजूदगी में अपर पुलिस अधीक्षक से मिलकर दो बार प्रार्थना पत्र दिया लेकिन करीब एक महीने तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई। फिर पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रार्थना पत्र दिया तो पुलिस ने 19 फरवरी की घटना की एफआईआर 16 मार्च को जैदपुर थाना पुलिस ने बेमन से दर्ज तो कर लिया लेकिन 19 फरवरी 2024 वाली तहरीर पर दर्ज नहीं किया!
पीड़ित प्रेम नरायन वर्मा के अनुसार वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 21 फरवरी 2024 को सीओ रामनगर (प्रभारी पुलिस अधीक्षक) से मिला और उसी दिन मुख्यमंत्री को आईजीआरएस भी किया गत 26 फरवरी 2024 को एडिशनल एसपी से मिला और फिर से मुख्यमंत्री को आईजीआरएस भेजकर फिर मुकदमा दर्ज करने के लिए आग्रह किया। बीते 4 मार्च को एडिशनल एसपी से दुबारा मिला और एक बार फिर मुख्यमंत्री को आईजीआरएस किया। फिर 13 मार्च 2024 को पुलिस अधीक्षक से मिला तो 16 मार्च को जैदपुर थाना पुलिस ने बेमन से एफआईआर दर्ज खानापूर्ति किया है। अब सोचने वाली बात है कि भय मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त ,शासन का दावा करने वाली भाजपा सरकार में एक सोशल एक्टिविस्ट/पत्रकार का यह हाल है तो आम आदमी का क्या होगा?
घटनाक्रम के मुताबिक थाना जैदपुर अंतर्गत ग्राम अकबरपुर धनेठी का निवासी सोशल वर्कर/एक्टिविस्ट/पत्रकार हैं। पिछले दिनों सोशल वर्कर प्रेम नरायन वर्मा ने सोशल मीडिया पर ब्लॉक मसौली अंतर्गत ग्राम पंचायत सफदरगंज के ग्राम प्रधान पति अजय कुमार द्वारा सरकारी कार्य में किये जा रहे अनियमितता व घोटाले की पोस्ट डाली थी। खबर समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई थी। जिस पर जांच एवं कार्रवाई भी हुई। जिससे ग्राम प्रधान पत्रकार प्रेम नारायन वर्मा से रंजिश करने लगा था और आगे ऐसी कार्रवाई न करने की बात कहते हुए प्रेम नरायन वर्मा को प्रलोभन भी दिया। लेकिन जब प्रार्थी नहीं माना, तो जान से मारने की धमकी दी गई। जिसका वॉइस रिकॉर्डिंग सोशल वर्कर/एक्टिविस्ट/पत्रकार के पास मौजूद है, दौरान जांच उपलब्ध करा सकता है। इस संबंध में गत 19-2-2024 को सोशल वर्कर/एक्टिविस्ट/पत्रकार प्रेम नरायन वर्मा ने स्थानीय थाना जैदपुर में एक तहरीर दी थी, परंतु उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसका परिणाम यह हुआ कि 20-2-2024 को प्रार्थी अपने पुत्र सौरभ कुमार के साथ जब मंदिर पूजा करने गया था और लौटकर वापस आ रहा था तभी प्रार्थी के पुत्र पर करीब आधा दर्जन नकाबपोश लोगों ने हमला कर घायल कर दिया इस संबंध में भी तत्काल सूचना एवं तहरीर प्रार्थी ने स्थानीय थाने पर दी। जिसमें एक एफआईआर दर्ज की गई। परंतु यदि 19-2-2024 को दी गई शिकायती प्रार्थना पत्र पर ही मुकम्मल कार्रवाई जैदपुर थाना पुलिस ने की होती, तो शायद 20-02-2024 को जो घटना हुई वह शायद नहीं हुई होती।
अब करीब एक महीने बाद जैदपुर थाना पुलिस ने 16-03-2024 को मुकदमा अपराध सं०-93/2024 धारा 507 आईपीसी अज्ञात के विरुद्ध दर्ज किया है।