नई दिल्ली: गुजरात के जूनागढ़ में कथित तौर पर हेट स्पीच देने के मामले में गुजरात पुलिस ने रविवार (4 फरवरी) को मुंबई के इस्लामिक उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी को हिरासत में लिया. इस दौरान उनके समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद रही. जूनागढ़ में कुछ दिन पहले दिए भाषण में गुजरात पुलिस ने मुस्लिम मौलाना और दो अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस ने मुफ्ती सलमान अजहरी रविवार शाम को लेकर चली गई.
मुफ्ती सलमान अजहरी को मुंबई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में रखा गया. इस दौरान उनके समर्थकों की भीड़ ने पुलिस स्टेशन को बाहर से घेरा हुआ था. फिलहाल कानून व्यवस्था बरकरार रखने के लिए इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मौलाना के वकील ने कहा कि मुफ्ती सलमान जांच में सहयोग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. हालांकि, पुलिस की तरफ से इस मामले में कोई जवाब नहीं आया है.
समर्थकों से की प्रदर्शन नहीं करने की अपील
दिन के समय मुफ्ती सलमान अजहरी के सोशल मीडिया हैंडल एक्स से कई सारे ट्वीट्स किए गए. इसमें से एक में कहा गया कि उन्हें गुजरात एटीएस, मुंबई एटीएस और चिराग नगर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने सुबह 11.56 बजे हिरासत में लिया. एक अन्य पोस्ट में कहा गया कि 25 से 30 पुलिस वालों ने मुफ्ती सलमान की सोसाइटी को घेरा हुआ है और उनके घर पर उन्हें हिरासत में रखा हुआ है
हेट स्पीच मामले में हिरासत में लिए गए मौलाना को अपने समर्थकों से प्रदर्शन नहीं करने की गुजारिश करते हुए भी देखा गया. समाचार एजेंसी एएनआई की तरफ से जारी किए गए एक वीडियो में मुफ्ती सलमान अजहरी को कहते हुए सुना जा सकता है, ‘न तो मैं कोई अपराधी हूं और न ही मुझे कोई अपराध करने के लिए यहां लाया गया है. वे जरूरी जांच कर रहे हैं और मैं भी उनका सहयोग कर रहा हूं. अगर यही मेरी किस्मत में होगा तो मैं गिरफ्तार होने के लिए तैयार हूं.’
क्या है पूरा मामला?
मौलाना पर आरोप है कि उन्होंने 31 जनवरी को जूनागढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण दिया. इस घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने मुफ्ती सलमान, कार्यक्रम के आयोजकों मोहम्मद यूसुफ मलिक और अजीम हबीब ओडेदरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153बी और 505 (2) के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया.