प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से हरेंद्र राय के पक्के आवास का सपना हुआ पूरा

पक्के मकान से परिवार में आई खुशी की लहर

कोरबा। जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं रोटी, कपड़ा और मकान को पूरा करना हर व्यक्ति का सपना होता है। लेकिन रोजमर्रा की भाग-दौड़ में इंसान अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति में ही अपना पूरा वक्त गुजार देता है, ऐसे में अपने स्वयं का मकान बनाने का अरमान आम इंसान के लिए सिर्फ एक सपना ही रह जाता है। आम नागरिकों के इसी सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् साकार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों, पिछड़ों और महिला मुखिया परिवारों के लिए प्राथमिकता से आवास उपलब्ध कराया जा रहा है।

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से कोरबा नगरीय क्षेत्र स्थित पोड़ीबहार निवासी हितग्राही श्रीमती फूलमाला राय पति श्री हरेंद्र राय के स्वयं के पक्के मकान के सपना पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री आवास मिलने से हितग्राही के परिवार का जीवन सरल हो गया है। उनका परिवार अब पक्के आवास मिलने से खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रहा है। हितग्राही फूलमाला के पति श्री हरेंद्र राय ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से पिछड़े वर्ग के व्यक्तियों के लिए आवास निर्माण हेतु सहायता उपलब्ध कराना किसी वरदान से कम नहीं है। आवास निर्माण के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि बहुत दिनों से वे अपना स्वयं का मकान बनाने की सोच रहे थे, लेकिन आर्थिक परेशानियों की वजह से मकान निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं कर पा रहे थे। पहले बांस-लकड़ी के सहारे बने शीट, खपरैल वाले कच्चे मकान में अपने परिवार के साथ गुजर-बसर करते थे। कच्चे मकान में बरसात के दिनों में बहुत परेशानी होती थी, छप्पर से टपकता पानी, दीवार में सीलन, रात जाग कर काटने पर मजबूर कर देती थी। साथ ही जहरीले सांप, बिच्छू व अन्य विषैले कीटों का डर भी सदैव बना रहता था।

हितग्राही ने बताया कि योजना अंतर्गत वर्ष 2018-19 में उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में शामिल हुआ और पंजीयन हेतु आवश्यक दस्तावेज जमा करने के पश्चात उन्हें आवास की स्वीकृति मिल गई। इसके पश्चात हितग्राही के खाते में आवास निर्माण प्रारंभ करने के लिए राशि की प्रथम किश्त जारी की गई एवं आवास का निर्माण प्रारंभ हो गया। आवास निर्माण के साथ ही किश्त की बाकी राशि भी खाते में आ गई। उन्होंने अपना घर संवारने के लिए अपनी जमा पूंजी भी इसमें लगाई। आज उनका आवास पूर्ण हो चुका है।

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