नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (शुक्रवार) सुबह करीब 10 बजे राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में बने भारत मंडपम में वर्ल्ड फूड इंडिया-2023 के दूसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री एक लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को शुरुआती (सीड) पूंजी सहायता वितरित करेंगे। वो एक फूड स्ट्रीट का भी उद्घाटन करेंगे।
इस आर्थिक सहायता से इन समूहों को बेहतर पैकेजिंग और गुणवत्तापूर्ण विनिर्माण के माध्यम से बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी। फूड स्ट्रीट में क्षेत्रीय व्यंजन और शाही पाक विरासत को दिखाया जाएगा। इसमें 200 से अधिक शेफ भाग लेंगे।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 कार्यक्रम का उद्देश्य भारत को ‘दुनिया की खाद्य टोकरी’ के रूप में प्रदर्शित करना और 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाना भी है। यह कार्यक्रम सरकारी निकायों, उद्योग जगत के पेशेवरों, किसानों, उद्यमियों और अन्य हितधारकों को चर्चा में शामिल होने, साझेदारी स्थापित करने और कृषि-खाद्य क्षेत्र में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए एक नेटवर्किंग और व्यापार मंच प्रदान करेगा। खाद्य क्षेत्र में निवेश और कारोबार शुरू करने में आसानी पर फोकस के साथ इस कार्यक्रम में सीईओ गोलमेज बैठकें होंगी।
भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में नवाचार और उसके सामर्थ्य को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न मंडप स्थापित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में वित्तीय सशक्तिकरण, गुणवत्ता आश्वासन और मशीनरी तथा प्रौद्योगिकी में नवाचारों पर जोर देने के साथ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए 48 सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इस कार्यक्रम में प्रमुख खाद्य प्रसंस्करण कंपनियों के सीईओ सहित 80 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसमें 80 से अधिक देशों के 1200 से अधिक विदेशी खरीदार आएंगे। इसके साथ ही इसमें एक रिवर्स बायर-सेलर मीट की भी सुविधा होगी। इस आयोजन में नीदरलैंड भागीदार देश के रूप में शामिल है। जापान इस आयोजन का फोकस देश है।