जम्मू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अनुच्छेद 370 हटने के बाद चार साल में जम्मू कश्मीर में हुए बदलाव की तस्वीर पूरी दुनिया के सामने रखेंगे। साथ ही विकसित, सुरक्षित, शांत व समृद्ध प्रदेश की अगले पांच वर्ष के विकास की रूपरेखा भी पेश करेंगे। मंगलवार को मोदी अपने जम्मू दौरे के दौरान मौलाना आजाद स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत करेंगे
इस दौरान 32,000 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का प्रधानमंत्री लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। यह परियोजनाएं स्वास्थ्य, शिक्षा, रेल, सड़क, विमानन, पेट्रोलियम और नागरिक बुनियादी ढांचे सहित कई क्षेत्रों से संबंधित हैं। वह 1500 नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति आदेश वितरित करेंगे। प्रधानमंत्री ‘विकसित भारत विकसित जम्मू कार्यक्रम के तहत विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत भी करेंगे।
2013 के बाद यह दूसरी रैली
जम्मू शहर में प्रधानमंत्री की वर्ष 2013 के बाद यह दूसरी रैली है। दिसंबर 2013 में उन्होंने इसी स्टेडियम में रैली में जम्मू कश्मीर मे राजनीतिक बदलाव और खानदानी सियासत को उखाड़ने की ललकार लगाते हुए लोगों से सुरक्षित, शांत और विकसित जम्मू कश्मीर की स्थापना के लिए, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के लिए सहयोग का भाजपा के पक्ष में मतदान का आग्रह किया था।
ललकार रैली के बाद जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार 25 सीटों पर जीत दर्ज की और वह पीडीपी के साथ सत्ता में भागीदार बनी थी। उसके बाद जो हुआ उसने जम्मू कश्मीर के राजनीतिक-भौगोलिक स्वरूप को बदलने के साथ एक विधान-एक निशान के स्वपन को पूरा करने के साथ ही जम्मू कश्मीर में शांति-विकास और राष्ट्रवाद के एक नए दौर का सूत्रपात किया।
बीते चार वर्ष में जम्मू कश्मीर में आधारभूत ढांचे का तेज विकास हुआ और शिक्षा व कौशल विकास में नए आयाम स्थापित किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री 13375 करोड़ से देश भर के उत्कृष्ट शिक्षण व कौशल विाकस संस्थानों का लोकार्पण भी जम्मू से ही करने वाले हैं।
इन परियोजनाओं का होगा लोकार्पण और शिलान्यास
प्रधानमंत्री आइआइएम जम्मू, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) सांबा, जम्मू का उद्घाटन करेंगे। कश्मीर में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन और संगलदान स्टेशन तथा बारामुला स्टेशन के बीच रेल सेवा को भी झंडी दिखाएंगे। जम्मू हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन के अलावा जम्मू को कटरा से जोड़ने वाले दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे के दो चरण (44.22 किलोमीटर) सहित अन्य सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।
श्रीनगर रिंग रोड को चार लेन का बनाने के लिए चरण दो, राष्ट्रीय राजमार्ग-01 के 161 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-बारामुला-उड़ी खंड के उन्नयन तथा राष्ट्रीय राजमार्ग-444 पर कुलगाम बाईपास और पुलवामा बाईपास के निर्माण का आधारशिला करेंगे। जम्मू में पेट्रोलियम डिपो विकसित करने की परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे।
कई डिग्री कालेज भवन और सीवेज तंत्र के लिए परियोजना
जम्मू-कश्मीर में नागरिक बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने और सार्वजनिक सुविधाओं के प्रावधान के लिए 3150 करोड़ से अधिक की सड़क परियोजनाएं और पुल; ग्रिड स्टेशन, रिसीविंग स्टेशन ट्रांसमिशन लाइन परियोजनाएं; सामान्य प्रवाह उपचार संयंत्र और सीवेज उपचार संयंत्र; कई डिग्री कालेज भवन; श्रीनगर शहर में कुशल यातायात प्रबंधन प्रणाली; आधुनिक नरवाल फल मंडी; कठुआ में औषधि परीक्षण प्रयोगशाला; और ट्रांजिट आवास -गांदरबल और कुपवाड़ा में 224 फ्लैट शामिल हैं।
देश के अन्य राज्यों की परियोजनाएं
देश के अन्य राज्यों की कई परियोजनाओं का जम्मू से पीएम लोर्कापण और शिलान्यास करेंगे। इनमें देश में आइआइएम बोधगया और आइआइएम विशाखापत्तनम होगा। केंद्रीय विद्यालयों के 20 नए भवनों और 13 नए नवोदय विद्यालयों भवनों का भी उद्घाटन करेंगे।
राष्ट्र को समर्पित की जाने वाली परियोजनाओं में आइआइटी भिलाई, आइआइटी तिरूपति, आइआइटी जम्मू, आइआइआइटीडीएम कांचीपुरम उन्नत प्रौद्योगिकियों वाला एक अग्रणी कौशल प्रशिक्षण संस्थान, भारतीय कौशल संस्थान (आइआइएस) कानपुर के स्थायी परिसर तथा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के देवप्रयाग (उत्तराखंड) और अगरतला (त्रिपुरा) स्थित दो परिसर शामिल हैं।