बदायू । उझानी में अंडरपास के लिए चयनित अढौली आदि का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 फरवरी सोमवार को इज्जतनगर मंडल के बरेली-कासगंज रेल रूट पर बदायूं की सीमा में आने वाले 12 रेलवे क्रॉसिंग में नौ का लोकार्पण और तीन का शिलान्याय करेंगे। कार्यक्रम को देखेते हुए रेलवे ने इन अंडरपास पर सुरक्षा के लिए एसएसपी को लिखा है।
कासगंज-बरेली रेल रूट पर नौ अंडरपास निर्माण का काम पहले ही पूरा हो चुका है। इन अंडरपास से यूसुफपुर, खुली, महमातपुर, बिनावर, बसंतपुर नगला, नगला सरकी, सजैनी, बसोमा, गठौना और गोरा गांव आदि के लोगों का आवागमन आसान हुआ है। मकरंदपुर-घटपुरी, घटपुरी-बदायूं, बदायूं-उझानी, सोरो शूकर क्षेत्र-कासगंज सिटी रेलवे स्टेशन के बीच नौ अंडरपास बनकर तैयार हैं। पीएम मोदी इन अंडरपास का लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा घटपुरी-बदायूं, उझानी-बितरोई, मकरंदपुर-घटपुरी के बीच अंडरपास का शिलान्यास करेंगे।
इन अंडरपास का होगा लोकार्पण
264, 265 मकरंदपुर-घटपुरी, 269, 272 घटपुरी-बदायूं, 278, 280, 283, 284 बदायूं-उझानी, 304 सोरो शूकर क्षेत्र-कासगंज सिटी रेलवे स्टेशन।
इन क्रॉसिंग का शिलान्यास
276 घटपुरी-बदायूं, 286 उझानी-बितरोई, 267 मकरंदपुर-घटपुरी।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार केन ने कहा कि सोमवार को नौ रेलवे क्रॉसिंग के अंडरपास का लोकार्पण और तीन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिलान्याय करेंगे। इस दौरान इन स्थानों पर भीड़-भाड़ के मद्देनजर सुरक्षा के लिए लिखा गया है।
चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया है।
बदायूं । माघ पूर्णिमा पर शनिवार को बदायूं का कछला गंगाघाट आस्था से सराबोर रहा। करीब चार लाख श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। घाट पर हर-हर गंगे की गूंज रही। श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाने के बाद पहले सूर्यदेव को अर्घ्य दिया, फिर मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया। संतों समेत पुरोहितों को दक्षिणा भी भेंट की गई।
गंगाघाट पर तड़के से ही बदायूं, बरेली, कासगंज, मथुरा और एटा जिले के अलावा राजस्थान के श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। निजी वाहनों, रोडवेज बसों और ट्रेन के जरिये घाट पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाने के बाद पूजा-अर्चना की। पुरोहितों से मंत्रोच्चार कराया। कई श्रद्धालुओं ने घाट पर ही हवन में आहुतियां अर्पित कर गंगा मइया सुख और शांति की कामना की।
श्रद्धालुओं ने आश्रमों में धार्मिक अनुष्ठान कराए। घाट के इस तरफ भी आश्रमों में संतों के अनुयाइयों ने पूजन कराया। भंडारे में प्रसाद भी वितरित किया गया। श्रद्धालुओं ने खानपान का भी लुत्फ उठाया। इसके अलावा घाट पर मेला में महिलाओं ने घरेलू सामान की खरीदारी की। श्रृंगार का सामान भी खरीदा गया।
कल्पवास पूरा होने पर कराए अनुष्ठान
माघ महीना में गंगाघाट पर कल्पवासियों की संख्या हालांकि अधिक नहीं थी, लेकिन आसपास इलाके के जिन संतों और श्रद्धालुओं ने कल्पवास शुरू किया था, उसके पूरे होने पर आस्था की डुबकी लगाने के बाद हवन-पूजन कराया गया। कल्पवासियों में कासगंज के चंद्रमोहन ने बताया कि उन्होंने पूरे महीना गंगा किनारे आश्रम में रहकर प्रत्येक दिन संकीर्तन किया था। गंगा मइया की विशेष कृपा बताकर उन्होंने कल्पवास पूरा किया है। इसी तरह घाट किनारे ही झोपड़ियों में भी कल्पवास के लिए श्रद्धालु रहे थे।
भीड़ बढ़ी तो कम पड़ गए चेंजरूम
कछला गंगाघाट पर नगर पंचायत प्रशासन ने महिलाओं की सुविधा के लिए एक दर्जन से अधिक स्थानों पर अस्थायी चेंजरूम की व्यवस्था की थी। सुबह में तो स्थिति सामान्य रही। प्रात: करीब 10 बजे से श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ तो महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए प्रसाद विक्रेताओं की झोपड़ियों का सहारा लेना पड़ गया। कुछेक स्थानों पर छुट्टा पशुओं ने श्रद्धालुओं को परेशानी में डाल दिया। छुट्टा पशु उनका प्रसाद ही बिखेर गए