एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने पर नरेंद्र मोदी ने जहां अगले 10 साल की प्राथमिकताएं गिनाईं. वहीं इंडिया एलायंस पर जमकर बरसे. लेकिन उनका सबसे पहला निशाना बने अरविंद केजरीवाल. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की दोस्ती टूटने पर मोदी ने तंज कसा. कहा, मैंने तो पहले ही कहा था, ये सब लोग सत्ता सुख के लिए एक साथ आए हैं. फोटो खिंचवाने के लिए साथ आए हैं. चुनाव के बाद बिखराव तय है. और देखिए वही हो रहा है.
एनडीए गठबंधन और इंडिया एलायंस के बीच अंतर का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, एनडीए सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने के लिए कुछ दलों का जमावड़ा भर नहीं है. ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड समूह है. हिन्दुस्तान के राजनीतिक इतिहास में, गठबंधन के इतिहास में चुनाव पूर्व गठबंधन इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है. NDA का अलायंस सबसे सफल गठबंधन है.
मैंने पहले ही कहा था…
इंडिया गठबंधन पर चुटकी लेते हुए मोदी ने कहा, चुनाव के समय गठबंधन होने के बावजूद वे एक दूसरे की पीठ में छुरा घोंपते रहे. कितने ही राज्यों में आपस में लड़ते रहे. कभी तो उन्होंने कहा था कि वैचारिक एलायंस है, विचार तक तो ठीक है, लेकिन नीचे…फिर उन्होंने कहा, सीट के आधार पर अलायंस करेंगे, टोटल न भी करें. दिल्ली में आम आदमी पार्टी के अलग चुनाव लड़ने की घोषणा पर मोदी ने कहा, मैंने पहले ही कह दिया था कि 4 जून के बाद ऐसा होगा. लोगों ने अभी से कहना शुरू कर दिया है कि हमारा अलायंस सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था. बाद में नहीं. बिखराव होना शुरू हो गया है. इसका साफ मतलब है कि वे सत्ता सुख के लिए, सिर्फ फोटो के लिए एक दूसरे के साथ आए थे.
क्या कहा था गोपाल राय
बता दें कि दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने ऐलान किया था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कोई गठबंधन नहीं होगा. आप अकेली लड़ेगी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर बैठक के बाद आप नेताओं ने इस बारे में फैसला लिया था. इसके बाद दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी यही बात कही. उन्होंने भी कांग्रेस के अकेले विधानसभा चुनाव में जाने की बात दोहराई.