आजमगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदुरी एयरपोर्ट व महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ की जनता के हवाले करते हुए युवाओं को साधा तो वहीं गन्ना किसानों के पुराने दर्द को बयां कर किसानों को साथ जोड़ा। विकास की तमाम परियोजनाओं काे गिनाते हुए कहा कि अब त आजमगढ़ में आपन जहाज उतरे का ठिकाना हो गईल..।
प्रधानमंत्री ने अपनी ओर से गारंटी देते हुए यह भी कहा कि आजमगढ़ आजन्म और अनंतकाल तक विकास का गढ़ बना रहेगा। यूपी जैसे-जैसे विकास की बुलंदियों को छू रहा है, तुष्टिकरण का जहर भी कमजोर पड़ रहा है। पिछले चुनाव में आजमगढ़ के लोगों ने दिखा दिया कि परिवारवादी लोग जिसे अपना गढ़ समझते थे उसे दिनेश जैसे एक नौजवान ने ढहा दिया। इसलिए परिवारवादी बौखलाए हुए हैं। आए दिन मोदी को गाली दे रहे हैं।
पूर्वांचल को साधने के पीछे मुख्य वजह यह भी है कि आजमगढ़ सदर व लालगंज की सीटों पर वर्ष 2019 में हार और 2022 के उपचुनाव में भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ की मात्र 8679 मतों से जीत का मतलब भी शायद मोदी को पता था। वह भी तब जब बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने 2,66,210 वोट अपने पाले में कर लिया था। अब जबकि जमाली सपा के पाले में आ चुके हैं और उसका इनाम भी उन्हें मिल चुका है, तो जाहिर सी बात है कि जिले के साथ मऊ व गाजीपुर की सीट पर अगर मुस्लिम वाेटों को अपने पाले में करने के लिए स्टार प्रचारक बना दिया तो वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है और वह भाजपा के लिए नुकसान पहुंचाने वाला होगा।
इसी को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री ने एक बार फिर आजमगढ़ में विकास कार्यों को गिनाते हुए अबकी बार चार सौ के पार की बात तो कही ही, साथ ही विकास कार्यों की चर्चा करते हुए आजमगढ़ के साथ मऊ, बलिया और गाजीपुर को भी साधने का प्रयास किया। रेलवे के विकास के बहाने गाजीपुर और बलिया को साधा तो विश्वविद्यालय के बहाने आजमगढ़ के साथ मऊ को भी ठीक से अपने पाले में करने का प्रयास किया। मंशा यह रही कि जिले की दोनों सीटों के साथ मऊ की घोसी, बलिया और गाजीपुर के लोगों को भी चार सौ पार के अभियान में सहभागी बनाया जा सके।
बलिया, मऊ और गाजीपुर में नई रेल लाइन की चर्चा की, तो उन्हें लगा कि कहीं आजमगढ़ के लोग नाराज न हो जाएं, सो उन्होंने तुरंत जोड़ा कि यहां भी रेलवे का विकास किया जा रहा है। छोटे शहरों तक मैट्रो की सुविधा की चर्चा कर उन्होंने पूर्वांचल की उन सीटों पर भी अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन मांगा। उन्होंने यहां तक कह दिया कि 140 करोड़ जनता ही मेरा परिवार है और यूपी की पूरी सफाई में आजमगढ़ को भी पीछे नहीं रहना है।
खुद की सरकार को विकासवादी और पूर्व की सरकारों को पारिवारवादी, माफियावाद के संरक्षण के साथ कट्टरपंथियों के खतरे वाली बताते हुए जनता को अहसास कराने का पूरा प्रयास किया कि भाजपा ही विकास की गंगा बहाकर जनता का भला कर सकती है। उन्हें तो जनता से यहां तक कहना पड़ गया कि अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट चालू करके विकास के इस उत्सव को देखें।