पीलीभीत: नाबालिग को बहला फुसलाकर ले जाने व दुष्कर्म करने के मामले में जिला कारागार में बंद चल रहे पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सिमरिया निवासी सुखविंदर पुत्र तिलकराज ने शौचालय में मफलर से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
काफी देर बाद भी शौचालय से बाहर न निकलने पर जब जेल कर्मियों ने भीतर देखा तो घटना का पता चला। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासनिक अफसर फारेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जानकारी की। शव का पैनल से पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए गए। वहीं, टीमें गहनता से छानबीन करती रही। आगामी एक मार्च को मुकदमे का फैसला होना है, इसी से घबराकर खुदकुशी के कयास लगाए गए हैं।
घटना मंगलवार दोपहर की है। जिला कारागार की बैरक नंबर एक में बंद दुष्कर्म के आरोपी सुखविंदर ने लघुशंका जाने के लिए जेल कर्मचारी को आवाज लगाई। चूंकि बैरक का शौचालय खराब था। इसलिए जेल कर्मी उसे बैरक से निकालकर कुछ ही दूरी पर स्थित शौचालय में ले गए। काफी देर बाद भी जब सुखविंदर बाहर नहीं निकला और जेल कर्मियों के आवाज लगाने पर प्रतिक्रिया नहीं हुई तो अनहोनी की आशंका हुई। इस पर जेल कर्मी शौचालय के भीतर गए। वहां सुखविंदर मफलर से बने फंदे से लटका हुआ था। उसे आनन-फानन में नीचे उतारा।
जेल के अधिकारी भी आर गए और खलबली मच गई। जेल अस्पताल के चिकित्सकों ने चेक कर उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर एसडीएम सदर देवेंद्र सिंह, सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी, कोतवाल नरेश त्यागी पुलिस व फारेंसिक टीम संग जेल पहुंच गए। जेल के अधिकारियों व कर्मचारियों से वार्ता कर जानकारी की गई। परिवार वाले भी आ गए। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। फॉरेंसिक टीम ने शौचालय परिसर से कुछ सैंपल भी एकत्र किए।