अधिशाषी अधिकारी ने थमायी नोटिस, मचा हड़कम्प
बाराबंकी। नगर पंचायत फतेहपुर कार्यालय से परमीषन दो मंजिले का लिया था लेकिन मकान मालिक ने नगर पंचायत कर्मियों की आंखो में धूल झोंक कर पांच मंजिले का मकान बना लिया। जब इस बात की जानकारी अधिषाषी अधिकारी हुई तो उन्होने मकान मालिक को नोटिस देकर स्पष्टीकरण की मांग की। लेकिन मकान मालिक ने पहले अपने साथियों के साथ मिलकर नगर पंचायत चेयरमैन को पैसों का लालच देकर नोटिस वापस लेने का दबाव डाला लेकिन जब बात नही बनी तो चेयरमैन के विरुद्ध साजिषों का जाल बिछाना शुरु कर दिया। नगर पंचायत चेयरमैन ने कोतवाली प्रभारी फतेहपुर को षिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है। जानकारी के अनुसार, पिछले वर्ष 2023 में जब नगर निकाय चुनाव हुए थे तो नगर पंचायत फतेहपुर की सीट पर पहली बार इरषाद अहमद कमर ने अपने विरोधियों को चारो खाने चित करते हुए शानदार जीत हासिल की थी। इरषाद की जीत पर उनके समर्थक तो खुष थे लेकिन निकाय चुनाव में पराजित होने वाले दावेदारों और नगर के कुछ सफेदपोष लोगों ने चेयरमैन के विरुद्ध साजिष रचने का खेल शुरु कर दिया था।
आये दिन किसी न किसी बहाने बदनाम करने और चेयरमैन की छवि धूमिल करने के लिए साजिषकर्ता अपनी योजना बनाते रहे बीते 22 अप्रैल को नगर पंचायत फतेहपुर के अधिषाषी अधिकारी ने कस्बे के निवासी अहमद सईद पुत्र फकीर अली को नोटिस भेजी की मोहल्ला मौलवी गंज-2 में हैदरी मस्जिद गली के बगल आप द्वारा जो मकान अवैध तरीके से बनाया गया है उसका स्पष्टीकरण दें तथा मोहल्ला नालापार उत्तरी/दक्षिणी में आवासीय प्लाट है जिस पर अवैध तरीके से मदरसे का संचालन हो रहा है। यह बिना नक्षा पास किये बनाया गया है। जबकि मकान में जो नक्षा नगर पंचायत द्वारा पास किया गया था वह दो मंजिला भवन के लिए था लेकिन आप द्वारा पांच मंजिला भवन का निर्माण कार्य कराया गया है।
नोटिस मिलने के बाद मकान मालिक ने कोई उचित जवाब नगर पंचायत कार्यालय में जाकर अधिषाषी अधिकारी को नही दिया। उसके बाद बीती 26 अप्रैल को अधिषाषी अधिकारी फतेहपुर ने पुनः उनको दूसरी नोटिस दी और यह लिखा कि 16 जुलाई 2011 को जो आवेदन आप द्वारा किया गया था उसमें दो मंजिला भवन बनाने के लिए नगर पंचायत कार्यालय से नक्षा पास किया गया था लेकिन वर्तमान समय में भवन पांच मंजिला बना हुआ है और वहां पर नियम विरुद्ध कई कार्य किये जा रहे हैं। लेकिन इस नोटिस का भी जवाब मकान मालिक अहमद सईद ने नगर पंचायत कार्यालय में जाकर देना उचित नही समझा। मकान सुरक्षित रहे और बात बनी रहे कोई बीच का रास्ता निकल आये इसकी तलाष में मकान मालिक अपने साथियों के साथ जुट गया। चेयरमैन इरषाद अहमद कमर ने बताया कि अहमद सईद एक पखवारा पूर्व मेरे आवास पर रात्रि को अपने साथियों के साथ में आये थे और मुझे दस लाख रुपये की घूस देने की बात कर रहे थे और यह दबाव बना रहे थे कि नोटिस वापस ले लो लेकिन मैने अहमद सईद और उनके साथियों को बैरंग वापस लौटा दिया था। चेयरमैन इरषाद अहमद कमर का कहना है कि अधिसूचना समाप्त होने के बाद एक अन्तिम नोटिस अहमद सईद को दी जायेगी और मकान मालिक से अपना अवैध निर्माण खुद गिराने की बात कही जायेगी। वहीं अधिषाषी अधिकारी का कहना था कि नगर में जो गोरख धंधा कुछ भूमाफिया कर रहे थे और नियम कानूनों की धज्जियां उड़ा रहे थे वह सब काम मेरे रहते हुए इस नगर पंचायत में नही चलेगा। कुल मिलाकर अधिषाषी अधिकारी की सख्ती और चेयरमैन की सख्त कार्यषैली की वजह से नगर के अराजकतत्वों की नींदे उड़ी हुई हैं। वर्तमान समय में उनके दाल नही गल रही है।
मुझे 10 लाख रुपये का दे रहे थे प्रलोभन
बाराबंकी। नगर पंचायत चेयरमैन इरषाद अहमद कमर ने बीती 30 मई को कोतवाली फतेहपुर में एक षिकायती पत्र देकर यह आरोप लगाया है कि नगर के तीन लोगों ने मुझे पैसों का प्रलोभन देकर गलत काम करने का लगातार दबाव बना रहे हैं। कोतवाली प्रभारी ने षिकायती पत्र पर जांच शुरु कर दी है। वहीं चेयरमैन समर्थकों ने भी यह चेतावनी दी है कि अगर इन लोगों के विरुद्ध पुलिस प्रषासन ने कोई कार्यवाही नही की तो आर पार की लड़ाई लड़ी जायेगी। जानकारी के अनुसार, बीती 30 मई को नगर पंचायत चेयरमैन इरषाद अहमद कमर ने यह बताया कि लगभग 20 दिन पूर्व नगर के रहने वाले चार व्यक्ति मेरे आवास पर आये थे और मुझे दस लाख रुपये दे करके अवैध बने पांच मंजिला मकान की नोटिस वापस लेने एक बसपा नेता का परिवार रजिस्टर नकल बनाने और एक व्यक्ति का दाखिल खारिज कराने की बात कही थी। चेयरमैन का यह भी आरोप है कि जिस व्यक्ति की दाखिल खारिज की बात यह लोग कर रहे हैं उनके विरुद्ध पहले से ही कोतवाली फतेहपुर में धारा 420 के तहत मुकदमा पंजीकृत हैं। कोतवाली प्रभारी ने षिकायती पत्र लेने के बाद चेयरमैन को आष्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच पड़ताल के बाद मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही की जायेगी।