खुले बाजार में गेहूं के दाम बढ़ने से सरकारी केंद्रों में पसरा सन्नाटा

हमीरपुर : गेहूं के दामों में अचानक उछाल आने से सरकारी क्रय केंद्रों में सन्नाटा पसर गया है। गत सोमवार से सरकारी केंद्र बोहनी को तरस रहे हैं। कस्बे में इस वर्ष आधा दर्जन सरकारी गेहूं खरीद केंद्र खोले गए हैं। इनमें क्षेत्रीय सहकारी समिति, क्रय विक्रय सहकारी समिति, पीसीएफ किसान सेवा केंद्र, विपणन शाखा, भारतीय खाद्य निगम एवं मंडी परिषद का क्रय केंद्र शामिल है। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए घोषित है। 12 मई के पूर्व खुले बाजार में गेहूं का मूल 2250 रुपए प्रति कुंतल के आसपास टिका हुआ था लेकिन 13 मई के बाद यह अचानक उछलकर 2285 से लेकर 2300 रुपए प्रति कुंतल तक हो गया है। खुले बाजार में अचानक दामों में उछाल से सरकारी केंद्रों में सन्नाटा पसर गया है। 13 मई से सरकारी क्रय केंद्र बोहनी को तरस रहे हैं। सरकारी केंद्रों के प्रभारियो ने बताया कि बाजार में गेहूं के दाम बढ़ने से किसान केंद्रो की तरफ नहीं बल्कि बाजार की तरफ जा रहा है। इससे केंद्रों में सन्नाटा पसरा है। वहीं किसानों का अनुमान है कि चुनाव बाद गेहूं के दाम 2500 रुपए कुंटल तक पहुंच सकते हैं। इससे तमाम किसान अभी गेहूं बेचने से कतरा रहे हैं।

Related Articles

Back to top button