भारत से पंगा मालदीव को पड़ेगा भारी

नई दिल्ली। पीएम मोदी पर मालदीव के मंत्रियों की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास पैदा हो गई है। एक ओर जहां भारत ने टिप्पणियों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया, वहीं दूसरे देशों ने भी भारत का साथ दिया। 

इस बीच भारत के लोग और कई बड़ी हस्तियां भी मालदीव पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। लोगों ने मालदीव घूमने की जगह लक्षद्वीप जाने की बात कही है। इसी के साथ बॉयकॉट मालदीव भी काफी ट्रेंड करने लगा और कई विदेशी टूर बुकिंग एजेंसियों ने मालदीव पैकेज को बंद करने का भी एलान किया।

पर्यटकों की संख्या में आई गिरावट 

भारत से विवाद गहराने के बाद मालदीव के पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है। भारत से ही सैकड़ों लोगों ने अपनी यात्रा निरस्त की है। इसके साथ ही मेक माय ट्रिप और इज माय ट्रिप ने मालदीव के लिए अपनी बुकिंग कैंसिल कर दी। 

दूसरा सबसे बड़ा पर्यटन बाजार है भारत

मालदीव के लिए भारत दूसरा सबसे बड़ा पर्यटन बाजार है। भारतीय सैलानी बड़ी संख्या में मालदीव की यात्रा पर जाते हैं। हाल के वर्षों में मालदीव में पर्यटकों की संख्या भारत का लगातार महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिससे यह शीर्ष पसंदीदा अवकाश स्थलों में से एक बन गया है।

हो सकता है बड़ा नुकसान

मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 के पहले 11 महीनों में भारत द्वीप राष्ट्र के लिए पर्यटकों का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत था। इस अवधि के दौरान 183,371 सैलानी मालदीव गए थे।

भारत से सैलानियों का मालदीव न जाना इस देश के लिए बड़ा नुकसान साबित हो सकता है। हाल ही में बड़ी संख्या में भारतीयों ने मालदीव का बॉयकॉट कर लक्षद्वीप जाने की बात कही है।

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