मां लक्ष्मी के जयकारे से गुंजायमान हुआ जनपद
जिले के 563 स्थानों पर स्थापित की गई मां लक्ष्मी की प्रतिमाएं
बलिया। मां लक्ष्मी की प्रतिमा का पट रविवार की शाम शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोचार के साथ खोला गया। मां का पट खुलते ही जयकारे व घंट-घड़ियाल से वातावरण देवीमय हो गया।तत्पश्चात लोगों में समिति के सदस्यों द्वारा प्रसाद वितरण किया गया। उधर, सुरक्षा के मद्देनजर नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारी व पुलिसकर्मी चक्रमण करते रहे।
जनपद के 22 थाना अंतर्गत 563 स्थानों पर मां लक्ष्मी की प्रतिमाएं
स्थापित की गई। जिसका पट रविवार की शाम शुभ मुहुर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खुला। प्रत्येक पंडाल में पहुंचे पुरोहित ने विधि विधान से पूजन अर्चन किया। तत्पश्चात मां का पट खोला। मां का पट खुलते ही जयकारे व घंट-घड़ियाल से पूरा वातावरण देवीमय हो गया। शहर कोतवाली में एक, दुबहर में पांच, गड़वार में 48, सुखपुरा में 38, फेफना में 25, नरहीं में चार, चितबड़ागांव में 21, बैरिया में 06 प्रतिमाओं का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पट खोला गया। इसी प्रकार हल्दी में 17, दोकटी में 06, रेवती में 23, बांसडीह में एक, बांसडीहरोड में 19, सहतवार में 21, मनियर में 33, सिकंदरपुर में 75, खेजुरी में 16 , पकड़ी में 25, रसड़ा में 25, नगरा में 25, भीमपुरा में 54, उभांव में 86 मां लक्ष्मी की प्रतिमाओं का पट विधि विधान से खोला गया। दीपावली के दिन अपने-अपने क्षेत्र में पुलिस के अधिकारी व पुलिसकर्मी चक्रमण करते रहे।