बनीकोडर में एक ही चर्चा एक ही नाम डॉ आशीष सिंह सिसोदिया

रामसनेहीघाट बाराबंकी। वैसे तो इन दिनों देश और प्रदेश में एक ही नारा गूंज रहा है एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम जय श्री राम लेकिन अगर बाराबंकी जनपद अंतर्गत विकासखंड बनीकोडर की बात की जाए तो यहां के लोगों को इस समय एक ही नाम सुनाई पड़ रहा है जिसकी हर तरफ न केवल चर्चा है बल्कि हर व्यक्ति की ख्वाहिश है की उस नाम की नजरे इनायत हमारे गांव पर भी पड़ जाए तो न केवल लोगों के दिन बहुर जाएंगे बल्कि गांव का भी कायाकल्प हो जाएगा और वह नाम हैडॉ आशीष सिंह सिसोदिया।

डॉ आशीष सिंह समाज सेवा फाउंडेशन लखनऊ के अध्यक्ष है जो पिछले तीन-चार महीनो से बनीकोडर ब्लॉक के निवासियों की हर जुबान पर चर्चा का विषय बने हुए हैं।
चाहे देश व प्रदेश की राजनीति में हिस्सा ले रहे लोग हैं या फिर जिले और ब्लॉक के साथ-साथ गांव की राजनीति से जुड़े लोग हों हर व्यक्ति एक ही नाम सुन रहा है डा आशीष सिंह सिसोदिया इस नाम ने इस क्षेत्र में एक तरह से तहलका मचा दिया है लोगों के बीच जाकर उन्हें उनकी जरूरत के मुताबिक सुविधाये मुहैया कराना डॉ सिसोदिया की रोजमर्रा की दिनचर्या बन गई है। हर दिन सुबह की पौ फटते ही सिसोदिया क्षेत्र में दिखाई पड़ते हैं इस कड़ाके की ठंड में भी क्षेत्र में तमाम ऐसे लोग हैं जिनके चेहरे पर इस समय पसीने की बूंदे झलकती दिखाई पड़ने लगी हैं, हालांकि डॉ सिसौदिया ने अब तक क्षेत्र में इस धमाकेदार मौजूदगी के रहस्य पर पर्दा डाल रखा है लेकिन चर्चाएं आम है की कुछ बड़ा होने वाला है ? समाज सेवा संस्थान के माध्यम से आशीष सिंह आजकल क्षेत्र के गांव-गांव में अपनी उपस्थिति दर्ज कर चुके हैं चाहे कथा भागवत हो चाहे गांव के मेंले हो, स्कूल हो या फिर समाजसेवी संस्थाएं हर क्षेत्र में वह पहुंचकर लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान कर मदद करने में जुटे हुए हैं।
क्षेत्र के दो दर्जन से भी अधिक ऐसे स्कूल हैं जहां उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर बच्चों का भविष्य बनाने के लिए स्कूल की भरपूर मदद की है चाहे कमरे का निर्माण हो या इस कड़ाके की ठंड में बच्चों को स्वेटर वितरण हो, हाईटेक शिक्षा प्रदान करने के लिए एलसीडी का वितरण हो या फिर विद्यालय को और अधिक विस्तारित करने के लिए मदद करने की पहल हो, किसी न किसी रूप में उन्होंने विद्यालय को भारी भरकम आर्थिक सहायता देकर लोगों के बीच अपनी धमक जमा चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने टिकरा गांव के शिव माध्यमिक विद्यालय को गोद लेकर इस स्कूल को भविष्य में अच्छे मुकाम पर पहुंचाने का संकल्प भी लिया है। इसी कड़ी में क्षेत्र में एक दर्जन से भी अधिक ऐसे गांव हैं जहां उन्होंने पहुंचकर घर-घर कंबल का वितरण किया है इस ठिठुरती ठंड में कंबल प्रकार लोग उन्हें आशीर्वाद देते नहीं थक रहे हैं।

गत 31 दिसंबर को एहतिहासिक कार्य करके मचा दिया आशीष ने तहलका
रामसनेहीघाट। बीते 31 दिसंबर को उन्होंने रामसनेहीघाट तहसील मुख्यालय स्थित जगजीवन लाल में एक ऐसा ऐतिहासिक कार्यक्रम किया जो न केवल इस क्षेत्र के लिए पहला कार्यक्रम था बल्कि भविष्य में उनके अतिरिक्त और कोई इतना बड़ा कार्यक्रम करेगा इसकी कोई संभावना दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है। इस कार्यक्रम में उन्होंने बनी कोडर विकासखंड के सभी ग्राम प्रधानों क्षेत्र पंचायत सदस्यों सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे लोगों एवं पत्रकारों सहित साढे तीन सौ लोगों को मंच पर बुलाकर माल्यार्पण, साल्यार्पण एवं भारी भरकम गिफ्ट देकर सम्मानित किया।
इस समारोह में 87 में से 63 ग्राम प्रधान तथा 105 में से 91 बीड़ीसी शामिल हुए। यह एक ऐसा कार्यक्रम था इसके बारे में यदि कहा जाए की ना भूतों ना भविष्यति तो कोई अतिशयोक्ति नही होगा।
इसी कार्यक्रम में उन्होंने एक विराट कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जिसमें प्रमुख कवयित्री अनामिका जैन अंबर सहित प्रदेश के मूर्धन्य कवियों ने हिस्सा लिया।

भानपुर गांव के लोगों के खुले भाग्य, संवरेगी इस पंचायत की सूरत
रामसनेहीघाट। डॉ आशीष सिंह सिसोदिया की पत्नी सीमा सिसोदिया बनी कोडर ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली क्षेत्र पंचायत भानपुर से पिछले चुनाव में निर्विरोध क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनी गई थी, इस गांव से उन्हें बेहद लगाव होना स्वाभाविक है ऐसे में उन्होंने इस पूरे गांव को ही गोद ले लिया है। शुरुआती दौर में उन्होंने प्रत्येक घर में जाकर दीपावली की मिठाई वितरित की तो दूसरे दौर में डॉ सिसोदिया ने घर-घर जाकर करीब 700 लोगों को कंबल वितरित किया। मकर संक्रांति के अवसर पर उन्होंने न केवल एक बड़ा खिचड़ी भोज आयोजित कर पूरे गांव के साथ बैठकर खिचड़ी खाई बल्कि उससे पूर्व प्रत्येक घर की महिलाओं को एक-एक प्रेशर कुकर भी प्रदान किया।

इस गांव के लिए उन्होंने बहुत बड़ी योजना बना रखी है डॉ सिसोदिया का कहना है की भानपुर गांव को मैंने गोद लिया है इसलिए यहां के प्रत्येक निवासियों की सुख सुविधा का ध्यान रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा है कि इस गांव के प्रत्येक घर के सामने एक एक सोलर लाइट लगाई जाएगी इसी के साथ गांव के 100 गरीब लोग जिनके पास मकान नहीं है उन्हें ₹100000 मकान बनाने के लिए सहयोग स्वरूप दिया जाएगा। यदि ऐसा हुआ तो वास्तव में यह गांव चारों ओर से जगमग जगमग करता दिखेगा।

आखिर क्या है समाजसेवा फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ सिसोदिया का मकसद ?
रामसनेहीघाट। बनी कोडर ब्लॉक क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च कर जरूरतमंद लोगों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया करने के पीछे डॉ सिसोदिया का आखिर मकसद क्या है ? यह आम लोगों सहित राजनीति से जुड़े लोगों के लिए भी एक पहेली बना हुआ है, लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर इस क्षेत्र के लिए इतना सब करने के पीछे उनका मकसद क्या है! इस रहस्य से पर्दा उठाते हुए श्री सिसोदिया कहते हैं कि मेरे द्वारा किए जा रहे इन कार्यों को राजनीति से कतई ना जोड़ा जाए बल्कि मेरा मकसद लोगों की सेवा करना है, यह कार्य हर जन प्रतिनिधि को करना चाहिए क्योंकि सेवा ही जनप्रतिनिधि का कार्य है। सिसोदिया कहते हैं कि राजनेता या जन प्रतिनिधी बन जाना आसान है क्योंकि अब यह पद बिकने लगा है जिसके पास पैसा है वह पद खरीद रहा है यह आम जनता भी जानती है लेकिन पैसा देकर पद पाने वाला जनप्रतिनिधि कभी भी जनता की सेवा नहीं कर सकेगा क्योंकि वह समझता है कि यदि पार्टी से टिकट मिल गया तब तो मेरा जीतना सुनिश्चित है ऐसे में कार्य करो या ना करो। सिसोदिया कहते हैं कि आने वाले समय में जनप्रतिनिधि वही बन सकेगा जो जनता के बीच रहकर उनकी सेवा के लिए तत्पर रहेगा अन्यथा जनता ऐसे लोगों को उखाड़ फेंकेगी जो पैसे के बल पर जनप्रतिनिधि के पद पर कब्जा जमा लेते हैं। कुल मिलाकर यदि देखा जाए तो बनी कोडर ब्लॉक क्षेत्र में आजकल आशीष सिंह का नाम हर जुबान पर है और हर व्यक्ति चाहता है कि उनकी नजरे इनायत मेरे गांव की तरफ भी पड़े जिससे जो कार्य अब तक नहीं हो सके हैं उसे भी पूर्ण कराया जा सके। अब देखना होगा कि आने वाले समय में डॉ सिसोदिया की रणनीति क्या होगी ???।

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