दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पिछले कई दिनों चल रहे जल संकट पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। मुख्यमंत्री ने भीषण गर्मी में डिमांड ज्यादा और सप्लाई में कमी को जिम्मेदार बताया है।
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा से राजनीति ना करने की अपील करते हुए कहा है कि हरियाणा और यूपी सरकार से पानी दिलवा दें। इसके साथ ही उन्होंने बिजली को लेकर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई और कहा कि पीक डिमांड के बावजूद भी स्थिति कंट्रोल में है।
चुनाव प्रचार के लिए 21 दिनों की अंतरिम जमानत पर जेल से निकले अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर मौजूदा संकट को लेकर अपनी बात रखी। पानी की किल्लत से पहले उन्होंने बिजली की बात की और बताया कि उनकी सरकार ने रिकॉर्ड डिमांड के बाद भी स्थिति को काबू में रखा है। केजरीवाल ने कहा, ‘इस बार पूरे देश में अभूतपूर्व गर्मी पड़ रही है जिसकी वजह से देश भर में पानी और बिजली का संकट हो गया है। पिछले वर्ष, दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड 7438 MW थी। इसके मुकाबले इस साल पीक डिमांड 8302 MW तक पहुंच गई है। पर इसके बावजूद दिल्ली में बिजली की स्थिति नियंत्रण में है, अन्य राज्यों की तरह पॉवर कट नहीं लग रहे।’
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पड़ोसी राज्यों ने दिल्ली की पानी में कमी कर दी है। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में पानी की डिमांड बहुत बढ़ गई है और जो पानी दिल्ली को पड़ोसी राज्यों से मिलता था, उसमे भी कमी कर दी गई है। यानी डिमांड बहुत बढ़ गई और सप्लाई कम हो गई। केजरीवाल ने भाजपा की ओर स किए जा रहे धरने-प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि इससे समस्या का समाधान नहीं निकलेगा।
केजरीवाल ने आगे कहा, ‘मेरी सभी से हाथ जोड़ कर विनती है कि इस वक्त राजनीति करने की बजाय, आइये मिलकर दिल्ली के लोगों को राहत दिलवाएं। यदि बीजेपी हरियाणा और UP की अपनी सरकारों से बात करके एक महीने के लिए दिल्ली को कुछ पानी दिलवा दें तो दिल्ली वाले बीजेपी के इस कदम की खूब सराहना करेंगे। इतनी भीषण गर्मी किसी के हाथ की बात नहीं। लेकिन हम सब मिलकर काम करें तो लोगों को इस से राहत तो दिलवा सकते हैं?’