जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना के कैप्टन शुभम गुप्ता की मां को जबरदस्ती चेक थमा कर फोटो खिंचवाने वाले यूपी के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय पर अब असदुद्दीन ओवैसी ने भी तीखा हमला बोला है. उन्होंने इस घटना के जरिए सीधे तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
तेलंगाना में नौ सीटों पर विधानसभा का चुनाव लड़ रही उनकी पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे ओवैसी ने कहा कि भाजपा के बड़े-बड़े नेता यहां चुनाव प्रचार करने आ रहे हैं. रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह), प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) देशभक्ति दिखा रहे हैं. उधर उनके मंत्री शहीद कैप्टन की मां को जबरदस्ती चेक थमा रहे हैं.
पीएम के तेजस से उड़ान भरने पर तंज
पीएम मोदी के तेजस में उड़ान भरने को लेकर भी उन्होंने तंज कसा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट में मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के वायरल हुए वीडियो के बारे में ओवैसी ने कहा, “आज एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कैप्टन शुभम गुप्ता की मां रो रही हैं और उत्तर प्रदेश के मंत्री उसको जबरदस्ती चेक थमा रहे हैं. वह कह रही हैं कि मेरे गम की प्रदर्शनी मत लगाओ, लेकिन बीजेपी के मंत्री जो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, राष्ट्रवाद की बातें करते हैं, वे एक मां के गम को भी नहीं समझते. उस नादान (मंत्री) को फोटो खिंचवाने का शौक था.’
‘शहीद कैप्टन की मां के गम को बनाया पब्लिसिटी का जरिया’
असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना के जरिए सीधे तौर पर पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने शहीद परिवार के गम को भी पब्लिसिटी का जरिया बनाया है. उन्होंने कहा, “हम प्रधानमंत्री से पूछते हैं कि आपने एक शहीद कैप्टन की मां के गम को भी पब्लिसिटी का रास्ता बनाया है. एक मां ने अपने बहादुर बेटे को देश के खातिर खोया है. आप लोग तेलंगाना आकर बड़ी-बड़ी देशभक्ति की बातें कर रहे हैं!”
आपको बता दें कि आगरा में शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के घर सरकारी चेक सौंपने के लिए मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय गए थे. वहां उनका एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें शहीद की मां चेक लेने से इनकार कर रही हैं और बेतहाशा रोए जा रही हैं, लेकिन मंत्री फोटो खिंचवाने के लिए जबरदस्ती चेक थमाने पर तुले हैं. वह बार बार उन्हें चेक लेने के लिए कह रहे हैं, जबकि वह कहती हैं कि प्रदर्शनी मत बनाओ. इस वीडियो के वायरल होने के बाद बड़े पैमाने पर आलोचना हो रही है.