यूपी के कुशीनगर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां तहसील प्रशासन के खिलाफ एक शख्स पेड़ पर चढ़ गया. वह अपनी बहनों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने से नाराज था. तहसील के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए शख्स पेड़ पर माइक से जोर-जोर से चिल्लाने लगा. जिसे सुनकर लोगों की भीड़ जमा हो गई. पहले तो वो उतरने को तैयार नहीं हुआ लेकिन काफी मान-मनौव्वल के बाद वो नीचे उतरा. शख्स बीजेपी युवा मोर्चा का पूर्व जिला उपाध्यक्ष बताया जा रहा है.
पूरा मामला कुशीनगर जिले के कसया तहसील का है. जहां बीते दिन समाधान दिवस के मौके पर एक फरियादी माइक लेकर पेड़ पर चढ़ गया. पेड़ पर चढ़ने के बाद वह शोर करने लगा. फरियादी के पेड़ पर चढ़ने की सूचना पाकर तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए. तुरंत पुलिस को बुलाकर उसे उतरवाने के प्रयास किए जाने लगे. जब दारोगा के प्रयास पर भी फरियादी पेड़ से नहीं उतरा तो उसके बाद नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर उसकी मांग सुनी.
जानकारी के मुताबिक, फरियादी का नाम प्रियेश गौड़ है. वह स्थानीय बीजेपी नेता है. प्रियेश ने आरोप लगाया कि तहसील के कर्मचारी उसकी दो बहनों का प्रमाण पत्र नहीं बना रहे हैं. उसको इधर-उधर टहलाया जा रहा है. परेशान किया जा रहा है
बकौल प्रियेश- अपने बहनों का जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था. लेकिन तहसील प्रशासन ने जाति प्रमाण पत्र के आवेदन को निरस्त कर दिया. वह कई दिनों से तहसील प्रशासन के खिलाफ धरना कर रहा था. लेकिन बीते दिन सब्र का बांध टूट गया तो पेड़ पर चढ़कर अपनी बात रखी.
वहीं, तहसील प्रशासन के अनुसार प्रियेश गौड़ की बहनों का जाति प्रमाण पत्र जारी हो चुका है. उप जिलाधिकारी ने प्रियेश के आरोप को खारिज किया है. हालांकि, इन सबके बीच तहसील में घंटे भर तक चला ड्रामा चलता रहा. पुलिस की सूझ-बूझ से प्रियेश पेड़ से उतरा.
बताया जा रहा है कि इसके पहले भी बीजेपी का पूर्व नेता प्रियेश गोड़ जिला समाज कल्याण विभाग के सामने जाति प्रमाण पत्र को लेकर धरने पर बैठा हुआ था. कई दिन बैठने के बाद विभाग के अधिकारी ने उसकी बातों को मानते हुए उसका धरना समाप्त करवाया था