बिहार में एक बार फिर सनातन के मुद्दे और ‘फलाहार’ बनाम ‘इफ्तार’ पर सियासी रस्साकशी शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी इसे लेकर राजद और जदयू पर हमलावर है। इसी क्रम में भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को फलाहार-प्रसाद वितरण कार्यक्रम का आयोजन कर महागठबंधन के विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।
भाजपा नेता विजय सिन्हा ने सोमवार को अपने एक्स हैंडल पर इस आयोजन से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो भी साझा किया है। उन्होंने महागठबंधन में शामिल दलों के रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी आयोजित किए जाने को लेकर हमला बोला। उन्होंने महागठबंधन पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है।
विजय सिन्हा की सनातन धर्मावलंबियों से अपील
अपनी पोस्ट में सिन्हा ने लिखा कि 9 दिनों तक चलने वाले हम सनातनियों के सबसे पावन पर्व शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की उपासनोपरान्त पत्रकारों के बीच फलाहारी प्रसाद का आयोजन कर प्रसाद वितरण किया।
हमारी अपील है कि माता के उपासक सनातन धर्मावलंबी सभी हिन्दू भाई-बहन इस पर्व के दौरान अपने आस-पास इस तरह के फलाहारी प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित करें।
हम सभी मां भारती की संतान तुष्टिकरण की बजाय संतुष्टिकरण की नीति से सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए शक्ति की भक्ति और एकजुटता से विकारों से मुक्त होकर 21वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाएं। माता भगवती सबका कल्याण करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सक्षम : सिन्हा
इस आयोजन के बाद भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सनातन धर्म की श्रेष्ठता, निरंतरता एवं एकात्मकता को अक्षुण्ण रखने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सक्षम है। सनातन विरोधियों का मंसूबा धरा का धरा रह जाएगा।
बता दें कि शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन सोमवार को सिन्हा ने अपने सरकारी आवास पर फलाहार का आयोजन किया था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया आदि इस आयोजन में उपस्थित रहे।
महागठबंधन पर तुष्टिकरण की राजनीति का लगाया आरोप
सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन के लोग तुष्टिकरण के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन करते हैं। अब भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित सभी वर्गों के संतुष्टिकरण सिद्धांत के तहत नवरात्र में फलाहार प्रसाद का निरंतर आयोजन करेगी।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का अपमान और इसके प्रति भ्रामक वातावरण बनाना सनातन विरोधियों की आदत बन गई है। फलाहार का आयोजन इन अराजकतत्वों को सकारात्मक संदेश देने के लिए किया गया।
उन्होंने कहा कि शक्ति की भक्ति से ही मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा। बिहार पर जगत जननी की कृपा सदैव बनी रहे, इसकी प्रार्थना है।
हिंदू पर्वों की छुट्टियां रद्द करने को लेकर भी बोला हमला
इससे पहले बीते रविवार को विजय सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि ये पूरी तरह से तानाशाही प्रवृत्ति है। सनातन और हिन्दुओं के पर्वों पर इस तरह का निर्णय कतई उचित नहीं है।
यह तुष्टिकरण की मानसिकता बिहार की जनता और शिक्षक सभी अच्छे से समझ रहे हैं। चच्चा-भतीजा की सरकार में आखिर शिक्षक का अपमान कब तक होते रहेगा?
दरअसल, वह बिहार सरकार की ओर से हिंदू पर्वों पर मिलने वाली छुट्टियों को रद्द करने के फैसले को लेकर हमला बोल रहे थे।
बता दें कि रमजान के महीने में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था। इसके बाद से ही भाजपा सनातन धर्म के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर हमलावर है।