जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के सरांवा गाव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकंन आर्मी व लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने देश के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन की महानायिका वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की 188 वीं जयंती मनायी। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक मोमबत्ती व् अगरबत्ती जलाया और वीरांगना लक्ष्मीबाई के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व व् कृतित्व को याद किया।
शहीद स्मारक पर मौजूद लोगो को संबोधित करते हुए लक्ष्मी बाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि देश की प्रथमआज़ादी की लड़ाई की महानायिका रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवम्बर 1835 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के भदैनी ( अस्सी घाट ) मुहल्ले में हुआ था। उनकी शादी झांसी के राजा गंगाधर राव हुई थी। उस समय अंग्रेजो का शासन था, रानी लक्ष्मीबाई ने देश को आज़ाद करने के अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी, और लड़ते-लड़ते 17 जून 1857 को मात्र 22 साल की उम्र में वे शहीद हो गई।
वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने देश की आज़ादी की शुरुआत की थी और 90 साल बाद यानी 1947 में देश आज़ाद हो गया , आज भी लोग रानी लक्ष्मीबाई की गाथा गाते है कि बुंदेले हर बोले कि मुख हमने सुनी कहानी थी ‘ खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी’। इस अवसर पर डॉ. धरम सिंह , मैनेजर पांडेय, अनिरुद्ध सिंह, मंजीत कौर सहित अनेक लोग मौजूद रहे।