वाराणसी। फेसबुक पर महिला को मित्र बनाना गरीब सुनील को भारी पड़ गया। उनकी पांच साल की जमां पूंजी महिला मित्र अपने खाते में ट्रांसफर करा ली। सुनील को लुटने का अहसास हुआ तो बहुत देर हो चुकी थी। साइबर टोल फ्री नंबर 1930 पर काल करने के अलावा पुलिस को सूचना दी, लेकिन नतीजा सिफर रहा। चेतगंज थाने में तहरीर दी तो पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी है।
फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार होते ही मैसेंजर पर आई महिला
कबीरचौरा (वाराणसी) के सुनील यादव अपनी मामी की चूड़ी दुकान में उनकी मदद करते हैं। बीते सितंबर में उन्हें इंग्लैंड की अलमाइटी मैरिलीन ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा, जिसे सुनील ने स्वीकार कर लिया। दोनों में फेसबुक मैसेंजर पर बातचीत का होने लगी। इसी बीच महिला मित्र ने सुनील से मिलने भारत आने की इच्छा जताई। सुनील ने कहा कि उन्हें अंग्रेजी तो आती नहीं, पहले ही वह उसके सवालों का जवाब गूगल कंवर्टर के सहयोग से देते हैं। महिला जिद पर अड़ गई और 18 सितंबर को लंदन से दिल्ली आने का अपना एक टिकट भेज दिया।
26 सितंबर को इस तरह भरोसे में लेकर की घटना
26 सितंबर को कॉल सुनील के मोबाइल पर आया। उन्हें बताया गया कि उनसे मिलने लंदन से एक महिला आई है। तकनीकी कारणों से उनके रुपये भारत में बदले नहीं जा पा रहे हैं। इसलिए वह आपसे संपर्क करना चाह रहीं हैं। उसके बाद महिला ने सुनील से बातचीत की और पहले 45 हजार फिर 70 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। 26 हजार रुपये की तीसरी बार मांग हुई तो सुनील को ठगी का एहसास हुआ।
काम न आई पुलिस
सुनील ने बताया कि पहले 1930 पर कॉल किया, लेकिन फोन कट गया। उसके बाद दशाश्वमेध थाने गए, जहां साहब को छुट्टी पर होना बता एक सप्ताह बाद बुलाया गया। एक सप्ताह बाद पहुंचे तो उन्होंने पुलिस लाइन के साइबर सेल में भेज दिया। वहां पहुंचे तो बैंक से संपर्क करने को कहा गया।
ठगों से ऐसे करें बचाव
फेसबुक पर किसी को भी दोस्त न बनाएं। फेसबुक मैसेंजर बंद रखें। जरूरी हो तभी किसी की बात पर टिप्पणी करें।