बलिया। 69000 शिक्षक भर्ती के प्रथम चरण में नियुक्त शिक्षकों की सेवा के सोमवार को तीन वर्ष पूरे हो गए। इस मौके पर जिले के सैकड़ों शिक्षकों ने जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में भर्ती मरीजों में फल, ब्रेड व जूस वितरित किया। साथ ही धार्मिक स्थलों और रेलवे स्टेशन पर मौजूद जरूरतमंदों में कम्बल वितरित किया।
इससे पहले जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिक्षकों ने अधिकारियों-कर्मचारियों का मुंह मीठा कराया। शिक्षकों ने एक-दूसरे को भी मिठाई खिलाकर बधाई दी। इस दौरान बीएसए मनीष सिंह ने शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे पूरे मनोयोग से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के शासन और विभाग की ओर से चलाये जा रहे निपुण भारत अभियान समेत अन्य कार्यक्रर्मों को अमलीजामा पहनाने का काम करें।
संयुक्त लीगल टीम के पंकज सिंह ने कहा कि 16 अक्टूबर हमलोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण तिथि है। तीन वर्ष पहले इसी दिन हमें शिक्षक के रूप में समाज को नई दिशा देने की जिम्मेदारी मिली थी। नौकरी के शुरू के वर्षों में हमें खुद को बेहतर साबित करना था जिसे हम सभी ने कर दिखाया।
टीम के दुष्यन्त सिंह ने कहा कि 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के विभिन्न चरणों में जिले में करीब 1600 शिक्षक तैनात हुए थे, ये सभी निपुण भारत अभियान को सफल बनाने में लगे हुए हैं। अधिकांश स्कूलों पर आधे से अधिक बच्चे निपुण हो चुके हैं।
इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, राजेश पाण्डेय, जितेन्द्र प्रताप सिंह, अतुल कुमार सिंह, संयुक्त लीगल टीम के सतीश मेहता, ललित मोहन सिंह, प्रवीण पांडे, विश्वनाथ पांडेय, अविनाश सिंह, तौसीफ आलम, राजशेखर सिंह, सौरभ कुमार, नन्दलाल, जयशंकर, संगीता राजभर, श्वेता, प्रियंका, सूरज ठाकुर, अमित दुबे, कृष्णा पाण्डेय, दिवेन्दु, सूरज राय, उमेश यादव, अनीश यादव, रतन वर्मा, सुभाष यादव, प्रवीण राय, कौशल सिंह, अनिल जायसवाल, अजीत सिंह, शशांक शेखर, राजेश दुबे, पार्थ सिंह आदि थे।