अब क्यों चुप है कांग्रेस…

रांची। आज रेड का सांतवा दिन है. अभी तक 353 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद हो चुका है. आयकर की छापेमारी कई ठिकानों पर हो रही है. धीरज साहू के रांची वाले घर के आसपास सन्‍नाटा पसरा नजर आ रहा है. सिर्फ गाड़ियों का जखीरा घर के बाहर नज़र आ रहा है, इसमें तमाम लग्जरी गाड़ियां हैं. बताया जाता है कि धीरज साहू के इस घर में 40 कमरे हैं. घर के एक-एक कमरे को खंगाला जा रहा है, इसी वजह से आयकर विभाग के अधिकारियों को इतना समय लग रहा है. धीरज साहू के परिसरों से नकदी बरामदगी के मुद्दे पर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमला कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ तक इस मुद्दे पर कांग्रेस पर तंज कस चुके हैं. अब भाजपा ने एक वीडियो ‘एक्‍स’ पर पोस्‍ट किया है. इसका कैप्‍शन है- कांग्रेस की पेशकश 𝐌𝐎𝐍𝐄𝐘 𝐇𝐄𝐈𝐒𝐓…

कंपनियों की भूमिका जांच के दायरे में
कांग्रेस सांसद के परिवार के स्वामित्व वाली शराब कंपनी के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी में 353 करोड़ रुपये की ‘अब तक की सबसे अधिक’ नकदी जब्त किये जाने के साथ ही ‘अवैध’ तरीके से अर्जित धन के इस्तेमाल को लेकर हवाला ऑपरेटर और ‘मुखौटा कंपनियों’ की भूमिका जांच के दायरे में है. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. आयकर विभाग की क्षेत्रीय जांच शाखा द्वारा कार्रवाई पर एक अंतरिम रिपोर्ट विभाग के प्रशासनिक निकाय, दिल्ली में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को भी भेज दी गई है. यह तलाशी भुवनेश्वर मुख्यालय वाली बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ शुरू हुई. कंपनी के कथित कर चोरी और ‘ऑफ द बुक’ लेन-देन के आरोप में छह दिसंबर को आयकर विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू की. अधिकारियों ने तलाशी अभियान के छठे दिन सोमवार को लगभग सात स्थानों पर छापेमारी जारी रखी.

परिसरों की तलाशी ली गई
आयकर अधिकारियों ने कहा कि कुछ पंचनामा पर हस्ताक्षर करने और बयान दर्ज करने के बाद जल्द ही तलाशी बंद कर दिए जाने की उम्मीद है. रविवार को, नकदी की पांच दिन से जारी गिनती समाप्त होने के बाद आयकर विभाग ने एक ही अभियान में किसी भी एजेंसी द्वारा देश में सबसे अधिक 353 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की. सूत्रों ने बताया कि ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 30-34 परिसरों की तलाशी ली गई. उन्होंने बताया कि विभाग ने करीब तीन किलोग्राम सोने के आभूषण भी जब्त किये. सूत्रों ने बताया कि इन तीन राज्यों में काम करने वाले कई हवाला ऑपरेटर और कुछ मुखौटा या संदिग्ध कंपनियां विभाग की जांच के दायरे में हैं, क्योंकि इन तलाशी और भारी नकदी की बरामदगी के दौरान उनकी भूमिका का संकेत देने वाले दस्तावेज बरामद हुए हैं.

नकदी की जब्ती से कोई लेना-देना नहीं
कांग्रेस पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने पिछले सप्ताह ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था कि सांसद धीरज साहू के व्यवसाय से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. सिर्फ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की जा रही है.

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