अब Mig – 21 की जगहे लेगा LCA मार्क-1A …

भारतीय वायुसेना में अब तक अहम भूमिका निभाने वाले लड़ाकू विमान मिग-21 की अगले साल विदाई हो जाएगी. इसकी जगह एलसीए तेजस फाइटर को शामिल किया जाएगा. तेजस विमान के एडवांस वर्जन एलसीए मार्क 1A कई खूबियों से लैस है और अगले साल फरवरी तक इसकी डिलीवरी भी हो जाएगी. सितंबर के महीने में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा था कि एलसीए मार्क-1 को मिग-21, मिग-23 और मिग-27 समेत मिग की जगह लेने के लिए शुरू से इसे डेवलप किया जा रहा था. उन्होंने कहा था कि इन सभी विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाने के लिए ये जरूर है कि पर्याप्त संख्या में हल्के लड़ाकू विमान हों. वायुसेना की तरफ से एलसीए मार्क 1A वेस्टर्न सेक्टर में तैनात किए जाने की योजना है.

एलसीए मार्क 1 की खासियत

एलसीए मार्क 1A तेजस विमान का अपग्रेडेड वर्जन है, जो अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है, जिसमें आत्मरक्षा के लिए जैमर पॉड के साथ ही रेडार वॉर्निंग रिसीवर और कई अन्य खासियतें हैं. ये अपनी श्रेणी का सबसे हल्का और छोटा मल्टीपरपस सुपरसोनिक फाइर जेट है, जिसे हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड तैयार रह रहा है. ये हवा से सतह और हवा से हवा में मार करने के लिए सबसे बेहतर है.

एयरचीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र दुनिया की गंभीरता का नया आर्थिक और रणनीतिक केन्द्र है, जो चुनौतियां और अवसर दोनों देता है. उन्होंने आगे कहा था कि ये लड़ाकू विमान वायुसेना को इन चुनौतियों को

भारतीय वायुसेना में अब तक अहम भूमिका निभाने वाले लड़ाकू विमान मिग-21 की अगले साल विदाई हो जाएगी. इसकी जगह एलसीए तेजस फाइटर को शामिल किया जाएगा. तेजस विमान के एडवांस वर्जन एलसीए मार्क 1A कई खूबियों से लैस है और अगले साल फरवरी तक इसकी डिलीवरी भी हो जाएगी. सितंबर के महीने में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा था कि एलसीए मार्क-1 को मिग-21, मिग-23 और मिग-27 समेत मिग की जगह लेने के लिए शुरू से इसे डेवलप किया जा रहा था. उन्होंने कहा था कि इन सभी विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाने के लिए ये जरूर है कि पर्याप्त संख्या में हल्के लड़ाकू विमान हों. वायुसेना की तरफ से एलसीए मार्क 1A वेस्टर्न सेक्टर में तैनात किए जाने की योजना है.

एलसीए मार्क 1 की खासियत

एलसीए मार्क 1A तेजस विमान का अपग्रेडेड वर्जन है, जो अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है, जिसमें आत्मरक्षा के लिए जैमर पॉड के साथ ही रेडार वॉर्निंग रिसीवर और कई अन्य खासियतें हैं. ये अपनी श्रेणी का सबसे हल्का और छोटा मल्टीपरपस सुपरसोनिक फाइर जेट है, जिसे हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड तैयार रह रहा है. ये हवा से सतह और हवा से हवा में मार करने के लिए सबसे बेहतर है.

एयरचीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र दुनिया की गंभीरता का नया आर्थिक और रणनीतिक केन्द्र है, जो चुनौतियां और अवसर दोनों देता है. उन्होंने आगे कहा था कि ये लड़ाकू विमान वायुसेना को इन चुनौतियों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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