उन्नाव। निजी पैथोलॉजी संचालक डेंगू, मलेरिया, कालाजार आदि रोगों के लक्षण पाए जाने पर सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देंगे। बिना अनुमति के रोग का प्रचार-प्रसार नहीं कर सकेंगे। सीएमओ ने निर्देश जारी किए हैं।
बारिश के बाद संक्रामक रोगों का कहर बढ़ जाता है। इससे देखते हुए सीएमओ ने सभी निजी पैथोलॉजी और नर्सिंग होम संचालकों को पत्र जारी कर निर्देशित किया है। उन्होंने बताया कि डेंगू, मलेरिया, कालाजार आदि रोगों की जांच और रोग का प्रचार-प्रसार बिना राजकीय पैथोलॉजी की पुष्टि के नहीं कर सकते हैं। बताया कि संक्रामक रोग के लक्षण दिखाई देने पर सीएमओ कार्यालय के कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दे। इसके बाद सैंपल स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजकीय लैब राम मनोहर लोहिया भेजा जाएगा। जांच के बाद रोग की पुष्टि होने पर विभाग द्वारा इसकी घोषणा की जाएगी।
बताया कि कोई पैथोलॉजी और नर्सिंग होम इसका प्रचार नहीं करेगा। अगर कोई ऐसा करता तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। बताया कि रोग की जांच के लिए मरीज के दो सैंपल लिए जाएंगे। इसकी जानकारी संक्रामक रोग विभाग की नोडल अधिकारी डॉ. अंकिता सिंह और डॉ. रवि को देनी होगी। इसके अलावा परीक्षण के लिए मरीज का सैंपल सीएमओ कार्यालय के संक्रामक रोग कक्ष में पहुंचाना होगा।