हमीरपुर : जनपद में बगैर रजिस्ट्रेशन संचालित तीन पैथालॉजी सेंटर और सात क्लीनिकों पर स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कसा है। इन सभी को नोटिसें जारी करने के साथ ही संबंधित थानों में इनके अवैध रूप से संचालित होने की सूचना दी गई है, जिसके बाद पुलिस ने भी अवैध रूप से संचालित पैथालॉजी और क्लीनिकों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर कर दी है। इससे संचालकों में हड़कंप मचा है। आयुर्वेद पद्धति से उपचार करने वाले 18 ऐसे क्लीनिक मिले हैं, जिनके रजिस्ट्रेशन नहीं हैं। कुछ क्लीनिकों में एलोपैथ पद्धति से उपचार होने पर इन्हें नोटिस के साथ पुलिस को सूचित किया गया है। साथ ही क्षेत्रीय आयुर्वेदिक-यूनानी अधिकारी को विभाग ने पत्र भी लिखा है।
डिप्टी सीएमओ/नोडल अधिकारी डॉ.संजय कुमार ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने अपनी टीम के साथ पूरे जनपद में अवैध रूप से संचालित पैथालॉजी और क्लीनिकों की जांच की थी। जिसमें तीन पैथालॉजी सेंटर और सात क्लीनिक ऐसे मिले, जिनके कहीं कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिले। इन्हें पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। इनके संचालकों को पूर्व में कई बार नोटिसें भी जारी की गई थी, फिर भी इन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराए।
जिन पैथालॉजी संचालकों को नोटिस जारी करके पुलिस को सूचित किया गया है उनमें नीरज पैथालॉजी सेंटर स्टेशन रोड सुमेरपुर, न्यू लाइट पैथालॉजी बजरिया नियर सरताज मेडिकल स्टोर राठ, मां वैष्णो देवी पैथालॉजी रामलीला मैदान राठ हैं। इसके अलावा कौशल डेंटल क्लीनिक पठानपुरा राठ, बजरंग क्लीनिक सुमेरपुर, राजपूत क्लीनिक चरखारी रोड राठ, महेंद्र क्लीनिक चरखारी रोड राठ, योगेंद्र क्लीनिक चरखारी रोड राठ, सुखलाल मुखिया क्लीनिक भटियाना राठ एवं सपना क्लीनिक कालपी चौराहा हमीरपुर हैं। उक्त क्लीनिक आयुर्वेदिक क्लीनिक हैं, मगर जांच के दौरान किसी के पास कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है।
डिप्टी सीएमओ ने बताया कि सभी पैथालॉजी सेंटर और क्लीनिकों को नोटिस जारी करने के साथ ही संबंधित थानों में इनके अवैध रूप से संचालित होने की सूचना दी गई है।