हमीरपुर : शनिवार की सुबह आर्थिक तंगी से परेशान एक नोटरी अधिवक्ता ने सूने घर में रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घर के लोगों को जब घटना की जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इस घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
सदर कोतवाली के अमिरता गांव निवासी रमेश प्रसाद वर्मा (55 वर्ष) नोटरी अधिवक्ता के पद पर कार्य करते थे। शनिवार की सुबह अधिवक्ता का बड़ा बेटा संतोष कुमार अपनी ददिया सास का निधन होने पर अपनी पत्नी ममता व मां पुष्पा के साथ हमीरपुर आ गया था। वहीं संतोष के बेटे निखिल व अखिल दोनों कोचिंग पढ़ने गए हुए थे। तभी सूने घर में अधिवक्ता ने घर के आंगन में लगे लोहे के जाल में रस्सी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। कोचिंग पढ़कर आए नातियों ने जब दरवाजा खटखटाया तो कोई आहट नहीं सुनाई दी। जिस पर छोटा नाती अखिल दरवाजा से चढ़कर घर के अंदर कूदा तो देखा कि बाबा फंदे पर लटक रहे थे। जिस पर उसने कुंडी खोली और कोचिंग वाले शिक्षक के यहां जाकर उनके मोबाइल फोन से पिता को फोन किया। जिसके बाद स्वजन को घटना की जानकारी हुई। मौत की खबर सुनकर अधिवक्ता की पत्नी, बेटा व बहू सभी लोग मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इस घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।