मोदी-योगी सहित इतिसाह के पन्नो में दर्ज लोगों के नामों से तैयार होता है मलिहाबाद में आम
जितेन्द्र सिंह
निष्पक्ष प्रतिदिन/मलिहाबाद,लखनऊ।
मलिहाबाद का आम ऐसे ही विश्व विख्यात नहीं है। यहां के तजुर्बेकार ने एक ही पेड़ में 350 वैरायटी के आमों को तैयार कर पद्मश्री अवार्ड हासिल किया था। यही नहीं कम से कम 14 से 15 आम ऐसे तैयार किए जो भारत के मशहूर कभी ना भूलने वाले लोगों के नाम से रखे गए हैं। आम की सीजन में मलीहाबादी आम विश्व के कोने-कोने तक पहुंचता है और इन आमों के रस की मिठास विश्व भर में पूरे साल बनी रहती है। पद्म श्री कलीम उल्ला खां द्वारा तैयार किए गए मोदी, योगी के नामों वाले आमों की मांग बेहद रहती है। लोग इस आम की मांग काफी कर रहे हैं।
विश्व भर में प्रसिद्ध मलिहाबाद आमों के मामले में नंबर एक पर है। यहां के लोगों का मुख्य कार्य आम की फसल का ही है और इसी से पूरे साल का खर्च आम बागवानों का चलता है। मलीहाबादी आम की मिठास भारत में ही नहीं पूरे विश्व में अपनी छाप छोड़ चुका है। हर सीजन में मलिहाबादी आम की मांग भारी मात्रा में की जाती है। पिछले वर्ष की फसल को देखते हुए इस बार की फसल भले ही कम हो लेकिन फिर भी विश्व भर में मलिहाबाद का आम पहुंचेगा। एक ही पेड़ में 350 वैरायटी के आम तैयार करने वाले हाजी कलीम उल्ला खां को पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। हाजी कलीम उल्ला खां ने भारत के मशहूर जिनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है तकरीबन 14 से 15 नाम के आम तैयार कर मलिहाबाद का नाम उन्होंने भी इतिहास के पन्नों में दर्ज कर दिया है। मलिहाबाद के आम बागवान अपने आप में गर्व महसूस करते हैं कि उनके आम विश्व भर में पहुंच कर मलिहाबाद की छाप छोड़ रहे हैं।
इतिहास के पन्नों में दर्ज लोगों के नाम से है दर्जनों आम
इतिहास के पन्नों में दर्ज नाम के मलिहाबाद में 14 से 15 वैरायटी के आम हर वर्ष तैयार होते हैं। पद्मश्री हाजी कलीम उल्ला खां द्वारा मोदी, योगी, मुलायम, अखिलेश, क्रिकेटर सचिन, ऐश्वर्या राय, डॉक्टर, पुलिस, लता मंगेशकर सहित हर उन मशहूर लोगों के नाम से आम तैयार किए हैं जो कभी ना भूले जा सकते हैं। मलिहाबाद के हाजी कलीम उल्ला खां ने इन वैरायटी के आम तैयार करके इन लोगों को अमर कर दिया है।
एक पेड़ में 350 वैरायटी के लगते हैं आम
पद्मा श्री हाजी कलीम उल्ला खां ने एक पेड़ में ही 350 वैरायटी के आम तैयार किए हैं। इस एक पेड़ में हर वर्ष 350 आम होते हैं जो अद्भुत है। जिन लोगों को इसके बारे में जानकारी होती है वह हर वर्ष मलिहाबाद पहुंचकर उन्हें देखने जाते हैं। यह अद्भुत नजारा देखकर लोग भी दंग रह जाते हैं कि आखिर एक पेड़ में इतने वैरायटी के आम कैसे तैयार कर दिए गए। लोग पद्मा श्री से इसकी जानकारी भी हासिल करते हैं। इसलिए विश्व भर में कहा जाता है की आम में ही नहीं मलीहाबादी आमों के नामों में भी है मिठास।