गोण्डा : जिले में लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनाओं के कारण आम जनमानस का पुलिस पर से लगातार ही विश्वास घटता जा रहा है और हालत यह है कि आम नागरिकों या जनप्रतिनिधियों द्वारा पुलिस अधीक्षक से शिकायत किए जाने के बाद भी पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना प्रभारियों को निर्देशित करने पर भी कुछ थाना प्रभारी तो पुलिस अधीक्षक के आदेश को भी दरकिनार कर देते हैं और अपनी मनमानी पर उतारू हैं।यही कारण है कि जिले में अपराधिक घटनाओं का क्रम लगातार बढ़ता जा रहा है।शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार, हत्या लावारिस लाशो का मिलना और चोरी लूट,धर्म परिवर्तन, दुष्कर्म, सहित ठगी की घटनाओं के बाद भी पुलिस अधीक्षक द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई थाना प्रभारी के ऊपर नहीं की जा पा रही है।वहीं दूसरी ओर कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अपराधों हत्या,चोरी, लूट जैसी बड़ी-बड़ी घटनाओं के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
वही सूत्र बता रहे हैं कि क्षेत्रीय विधायक द्वारा थाना प्रभारी को हटाए जाने की बात कहे जाने के बाद भी थाना प्रभारी को ना हटाया जाना इस बात संकेत देता है कि या तो इन थाना प्रभारियों के ऊपर पुलिस अधीक्षक की स्वयं सह है या किसी भी प्रकार का कोई अंकुश नहीं है।यही कारण है कि इन दोनों थाना प्रभारियों को पुलिस अधीक्षक ना तो हटा पा रहे हैं ना ही इनके विरुद्ध किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई कर पा रहे हैं जबकि पूर्व में एक छोटे से मामले में हटा थाना प्रभारी मनीष मिश्रा को पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था जबकि इतने गंभीर मामलों के बाद भी इन दोनों थाना प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई किए ना किया जाना इस बात को संकेत देता है कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक कहीं ना कहीं अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं।वही सूत्र बता रहे हैं कि यदि जिले में हत्या करके फेके गए लाश अज्ञात जगहो पर जिले के आंकड़े ही देख लिए जाएं तो जब से पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल को जिले का चार्ज मिला है तब से जिले में दर्जनों से अधिक लाशे अज्ञात जगह पर मिल चुकी है।
वैसे तो जिले में लूट हत्या चोरी डकैती की घटना दर्जनों से अधिक घटित हो चुकी हैं।वही सूत्र बता रहे हैं कि वहीं छः माह में शहर में दर्जनों से अधिक चोरियां हो चुकी हैं लेकिन कोतवाली पुलिस इन चोरी की घटनाओं को रोकने में असफल साबित हो रही है।वही सूत्र बता रहे हैं चाहे मेडिकल कॉलेज हो या फिर जिला महिला अस्पताल हो या फिर दीवानी न्यायालय हो आए दिन लोगों की इन जगहों से मोटरसाइकिल चोरी हो रही है।वही सूत्र बता रहे हैं कि चोरियों को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा एक टीम भी बनाई गई थी उस टीम में कुछ चर्चित लोगों को शामिल किया गया था लेकिन अभी तक अधिकतर लोगों की मोटरसाइकिल चोरी की नहीं मिल पाई है।वही
इसके अलावा यदि वर्ष 2023 और 24 में दर्ज आंकड़े ही देख लिए जाएं तो दर्जनों से अधिक हत्या, और हत्या के प्रयास, लूट, बलात्कार, बलवा,अपहरण के मामले रिकॉर्ड में दर्ज हैं लेकिन पुलिस अधीक्षक द्वारा ना तो थाना प्रभारी पर और ना ही संबंधित आरक्षकों पर कोई कार्रवाई की गई बल्कि जो आरक्षक इस घटना में शामिल थे उन्हें उनके पद स्थापना थाना में रवानगी दिए जाने के निर्देश दिए जाने के बाद भी थाना प्रभारी द्वारा पुलिस अधीक्षक के आदेश को दरकिनार कर दिया गया और उन्हें आज दिनांक तक रवानगी नहीं दी।इससे यह बात स्पष्ट रूप से प्रतीत होती है कि पुलिस अधीक्षक का थाना प्रभारियों द्वारा किस प्रकार से आदेश का पालन किया जा रहा है।या तो जनता को दिखाई पड़ रहा है।