लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन के भीतर सीट बंटवारा एक बहुत बड़ी चुनौती है। इन सबके बीच इंडिया गठबंधन की शुरुआत करने वाले नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की मांग तेज कर दी है। इसके अलावा जदयू की ओर से साफ तौर पर कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार के अलावा इंडिया गठबंधन में कोई भी प्रधानमंत्री बनने लायक नहीं है। इसी कड़ी में जदयू विधायक गोपाल मंडल ने एक अजीबोगरीब बयान दे दिया है।
जदयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि वह मल्लिकार्जुन खड़गे को नहीं जानते। उनको कोई भी नहीं जानता। दरअसल, इंडिया गठबंधन की बैठक में ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल की ओर से पीएम पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम को आगे किया गया था। इसी के बाद जदयू की नाराज की और भी बढ़ गई थी। उन्होंने कहा कि अगले प्रधानमंत्री नीतीश कुमार होने चाहिए। उन्होंने पूरे देश की यात्रा की और भारत गठबंधन बनाया। नीतीश कुमार के अलावा कोई भी पीएम बनने लायक नहीं है।
गोपाल मंडल ने कहा कि खड़गे?…मैं तो उनका नाम भी नहीं जानता। उन्हें कोई नहीं जानता, हर कोई जानता है कि नीतीश कुमार कौन हैं। अगर हम कांग्रेस को 40 सीटें भी दे दें तो क्या वे जीत पाएंगे? कांग्रेस भागलपुर में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी…कांग्रेस देश की सबसे बड़ी पार्टी हो सकती है लेकिन बिहार में नहीं।
बिहार की सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दलों के इंडिया ब्लॉक के संयोजक की नियुक्ति में कांग्रेस द्वारा की गई देरी पर नाराजगी जताई है। पार्टी, जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ब्लॉक के संयोजक के रूप में नियुक्त करने पर जोर दे रही है, सोमवार को कांग्रेस के खिलाफ खुलकर आलोचना में सामने आई, जिसमें कहा गया कि इंडिया ब्लॉक के पास भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए “समय और विचारों की कमी” है।
जदयू के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे का यह बयान कि प्रमुख पदों के बारे में निर्णय लेने के लिए इंडिया गठबंधन “10 से 15 दिनों” में बैठक करेगा, “निराशाजनक” था। उन्होंने कहा कि जेडीयू इंडिया गठबंधन का संस्थापक भागीदार है। हम बीजेपी की तैयारियों को लेकर चिंतित हैं। हम इंडिया गठबंधन की संगठनात्मक संरचना, उम्मीदवारों के चयन और संयुक्त रैलियों में देरी को लेकर चिंतित हैं… कांग्रेस अपनी पार्टी को लेकर चिंतित है लेकिन हम इंडिया गठबंधन को लेकर चिंतित हैं।