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- गरीब परिवार की बेटियों के विवाह में मददगार बने मां गायत्री जनसेवा संस्थान के अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष गुंजन वर्मा
- दोनों संस्थाओं ने अब तक 213 आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों के हाथ पीले करने में की है मदद
- दोनों संस्थाओं द्वारा संचालित नि:शुल्क सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्रों से अब तक हजारों महिलाएं प्रशिक्षण लेकर बन चुकी हैं आत्मनिर्भर
- विगत चार वर्षो से शिक्षा,चिकित्सा के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने,रोजगार उपलब्ध कराने,गरीब परिवार को इलाज मुहैय्या कराने का काम कर रहीं हैं दोनों संस्थाएं
निष्पक्ष प्रतिदन/लखनऊ
हर मां बाप का सपना होता है कि बेटी की डोली धूमधाम से उठे लेकिन गरीबी परिस्थितियों के कारण यह संभव नहीं हो पाता है, ऐसे गरीब परिवारों की बेटियों की शादी,शिक्षा,चिकित्सा के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने,रोजगार उपलब्ध कराने,गरीब परिवार को इलाज कराने आदि के लिए राजधानी लखनऊ में संचालित मां गायत्री जनसेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन आगे हाथ बढ़ा रहे हैं।गरीबों और असहायों के लिए विगत कई वर्षों से यह दोनो संगठन मसीहा के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है।दिन-रात यह संगठन गरीब असहायों के लिए समर्पित रहते है।इन दोनों संगठनों से हर गरीब और असहायों को एक उम्मीद बनी रहती है, कि अगर औचक कठिन परिस्थिति आ जाए तो यह संगठन हमारे पास जरूर आएंगे। 4 वर्षों से इन दोनों संगठनों ने अपने कार्य को और तीव्र कर दिया है।यह दोनों संगठन समय-समय पर हर गरीब तबके के लोगों की मदद कर उनके हौसले को बुलंद करने का काम करते हैं।
मां गायत्री जनसेवा संस्थान के अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष गुंजन वर्मा ने राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक निष्पक्ष प्रतिदिन के वरिष्ठ संवाददाता अजय सिंह चौहान से गुरुवार को एक विशेष बातचीत में बताया कि यह संस्था आपदा पर काम करती है,जैसे कोविड, अग्निपीड़ितों,बाढ़ प्रभावित,ठंड प्रभावित, मलिन बस्तियों, असहाय और जरुरतमंदों की बेटियों की शादी में पूरी मदद तथा जिले के गरीब व असहायो के बीच कार्य करती है।कोई भी दुखी,परेशान हों या गरीब असहाय हो उसके लिए यह दोनों संगठन रातों दिन तत्पर रहते हैं और आगे भी रहेंगे।अरुण सिंह ने यह भी बताया कि गरीब के लिए यह दोनों संस्थाएं पूरी तरह से समर्पित है।उन्होंने आगे कहा कि यह संस्थाएं हर संभव जरुरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहती है।आवश्यकता पड़ने पर कुछ लोगों को सरकारी मदद भी दिलाई जाती है।कोशिश रहती है कि जरुरतमंदों की यथासंभव मदद की जा सके।यह कहने में अतिशयोक्ति नहीं है कि यह दोनों संस्थाएं जिस प्रकार से गरीबों और असहायों के लिए समर्पित है।उसमें सरकार का बहुत बड़ा योगदान है।यह दोनों संस्थाएं विगत 04 वर्षों में अब तक हजारों लोगों को यथासंभव मदद कर चुकी हैं। मां गायत्री जनसेवा संस्थान के अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह व नीशू वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष गुंजन वर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा अब तक 213 आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों की शादी में मदद की जा चुकी है। इस वर्ष में तेरहवीं बेटी की शादी में मदद की गई। उन्होंने बताया कि दोनों संस्थाएं उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में सामाजिक कार्यों में कार्यरत हैं। शिक्षा,चिकित्सा के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने,रोजगार उपलब्ध कराने,गरीब परिवार को इलाज कराने,गरीब परिवार की बेटियों की शादी में मदद,राशन उपलब्ध कराना,दिव्यांग जनों को कृत्रिम अंग उपलब्ध कराना,शिक्षा के क्षेत्र में गरीब परिवार के बच्चों को फीस मुहैया कराना व कॉपी किताब उपलब्ध कराना,महिलाओं के रोजगार हेतु सिलाई मशीन उपलब्ध कराना,महिलाओं के प्रशिक्षण हेतु “मेरी यात्रा नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र” संस्था द्वारा चलाए जा रहे हैं।जिसमें अब तक हजारों महिलाएं प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। एवं डोमेस्टिक वायलेंस पर संस्था द्वारा बृहद स्तर पर महिलाओं बच्चियों के लिए सुरक्षा का कार्य किया जा रहा है। अब तक दोनों संस्थाओं द्वारा जनसहयोग के माध्यम से लगभग 216 से अधिक गरीब बेटियों की शादी में मदद की जा चुकी है। इन्होंने बताया संस्था का उद्देश्य है “हमारा यही प्रयास, कोई लौटे न निराश। गुंजन वर्मा ने बताया कि संस्था समय-समय पर सम्मान समारोह का आयोजन करती है,जिसमें पत्रकार,पुलिस,जनसेवा के क्षेत्र में कार्यरत सभी को सम्मानित किया जाता है, एवं महिला सशक्तिकरण पर बल दिया जा रहा है,लखनऊ हस्तशिल्प महोत्सव,हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव एवं यूपी हस्तशिल्प महोत्सव जैसे आयोजन हस्तशिल्प को बढ़ाने के लिए संस्था द्वारा किए जाते हैं।इस जनसेवा कार्य में मो. कामिल आजमी,निर्वाण हॉस्पिटल लखनऊ,इमरान खान,नीलिमा ,तृप्ति ,पल्लवी पांडे ,आशुतोष सिंह आदि सहयोगी साथियों का बराबर आर्थिक सहयोग प्राप्त होता रहता है।उन्होंने यह भी बताया कि हम दोनों समाजसेवियों द्वारा आगे भी यह सेवा निरंतर जारी रहेगी।वहीं समाजसेवी अरुण प्रताप सिंह का मानना है कि किसी कमजोर जरूरतमंद या असहाय परिवार की कन्या के विवाह में मदद से बढ़कर कोई अन्य पुनीत कार्य नही है।