नहीं जले अलाव, राहत शिविर भी नदारद।

लहरपुर सीतापुर। जनवरी महीने के पहले सप्ताह से ही ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। लगातार बढ़ रही ठंड के बीच चौक- चौराहों पर सरकारी अमले के द्वारा अलाव की व्यवस्था न किए जाने के बीच लोगों की निगाहें प्रशासन के रहमों करम पर टिकी हैं। पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग रद्दी कागज, फलों की पेटियां आदि जलाकर ठंड भगाने का प्रयास कर रहे हैं। क्षेत्र में पड़ रही कड़ाके ठंड तथा लुढ़कते तापमान ने इन दिनों लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया है। सुबह- शाम ज्यादा ठंड पड़ने के कारण लोग अति आवश्यक कार्य से ही घरों के बाहर निकल पा रहे हैं। अत्याधिक ठंड के चलते इन दिनों वृद्धों तथा बच्चों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इन दिनों क्षेत्र में सुबह का तापमान दोपहर के तापमान से लगभग आधे से भी कम आंका जा रहा है। बदलते मौसम तथा अत्यधिक ठंड के चलते हालत ऐसे हो गए हैं कि शाम ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है।

कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बीच ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को यूं तो प्रशासन से बड़ी उम्मीदें रहती थीं परंतु इस बार उनकी इन उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। यहां अभी तक प्रशासनिक महकमे के द्वारा न तो अलाव की व्यवस्था की गई और न ही राहत शिविर लगाए गए। सरकार जहां एक तरफ गरीब कल्याण और ग्राम विकास के पुख्ता दावे पेश कर रही है, वहीं दूसरी तरफ मामले के जिम्मेदार कान में रुई डालकर सो रहे हैं। अब ऐसे में देखना यह होगा कि खबर प्रकाशित होने के बाद क्या कोई मामले की जिम्मेदारी लेता है या फिर हमेशा की भांति इस बार भी जनता ठगी की ठगी रह जाएगी।

Related Articles

Back to top button