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झांसी। हजरत निजामुद्दीन-खजुराहो वन्दे भारत एक्सप्रेस 12 मार्च को दौड़ेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हरी झंडी दिखाकर इस ट्रेन को रवाना करेंगे। इस वंदे भारत का रूट भी फाइनल हो गया है।
हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से चलकर सीधे ग्वालियर, झांसी, ललितपुर, टीकमगढ़, छतरपुर होते हुए ट्रेन खजुराहो पहुंचेगी। इसके संचालन की तैयारियां तेज हो गई हैं। वर्तमान में भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन (पूर्व नाम हबीबगंज जंक्शन) से हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के लिए वंदे भारत चल रही है, मगर ललितपुर में स्टापेज न मिलने से लोग मायूस हो गए थे।
हजरत निजामुद्दीन से खजुराहो के बीच होने जा रहे वंदे भारत के संचालन से यह मायूसी अब दूर होने जा रही है।
आगरा, मथुरा में नहीं मिलेगा स्टापेज
इस वंदे भारत का स्टापेज आगरा और मथुरा स्टेशन पर नहीं दिया गया है। इससे ट्रेन को और भी रफ्तार मिलेगी। ग्वालियर से निकलने के बाद ट्रेन सीधे निजामुद्दीन खड़ी होगी। वहीं, वापसी में भी हजरत निजामुद्दीन से चलकर मथुरा और आगरा न रुककर ग्वालियर खड़ी होगी। रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत का जरूर आगरा में स्टापेज है जबकि मथुरा में नहीं।
शताब्दी से 1.4 गुना अधिक है किराया
चेयरकार का किराया उतनी ही दूरी तय करने वाली शताब्दी ट्रेन के किराये से 1.4 गुना अधिक है, एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया प्रीमियम ट्रेन में वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के किराये से 1.3 गुना अधिक है। ट्रेन में टिकट की दो श्रेणी है। एक एक्जिक्यूटिक श्रेणी और दूसरी चेयर कार। सफर करने के लिए हर यात्री को टिकट की पूरी कीमत चुकानी होगी। इसमें किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। बच्चों के लिए भी पूरा टिकट लेना होगा।