वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में काफी कम समय रह गया है, जिसके कारण राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार बनने की रेस में शामिल निक्की हेली ने भारत पर एक बड़ा बयान दिया है।
जानबूझकर रूस के करीब रहा भारत
निक्की हेली ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि भारत अमेरिका के साथ भागीदार बनना चाहता है, लेकिन अभी उन्हें अमेरिकियों के नेतृत्व पर भरोसा नहीं है। भारतीय-अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की रेस में शामिल निक्की ने यह भी कहा कि नई दिल्ली ने मौजूदा वैश्विक स्थिति में चतुराई से खेला है और रूस के साथ करीब रहा है।
अमेरिका को कमजोर मानता है भारतः हेली
फॉक्स बिजनेस न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में 51 साल की हेली ने कहा कि फिलहाल भारत अमेरिका को कमजोर मानता है। उन्होंने कहा कि मैंने भारत के साथ भी डील की है। मैंने मोदी से बात की है। भारत हमारे साथ पार्टनर बनना चाहता है और वो रूस के साथ पार्टनर नहीं बनना चाहता।
सैन्य उपकरण के कारण भारत रूस को चुन रहा
निक्की हेली ने कहा कि समस्या यह है कि भारत को हमारे नेतृत्व पर भरोसा नहीं है। वे अभी देख रहे हैं कि हम कमजोर हैं। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा चतुराई से खेला है और वे तभी रूस के साथ करीबी रूप से टिके हुए हैं, क्योंकि यहीं से उन्हें अपने बहुत सारे सैन्य उपकरण मिलते हैं।
चीन पर कम निर्भर होने के लिए भारत ने कदम उठाए
रिपब्लिकन नेता ने फॉक्स बिजनेस न्यूज से कहा कि भारत ने चीन पर कम निर्भर होने के लिए खुद को एक अरब डॉलर का प्रोत्साहन दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका को भी ऐसा कुछ करना होगा और अपने गठबंधन बनाने की शुरुआत करने की जरूरत है।
हेली ने कहा कि चीन आर्थिक रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है और अमेरिका के साथ युद्ध की तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि चीन वर्षों से हमारे साथ युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। यह उनकी सबसे बड़ी गलती है।