नई दिल्ली। एनआइए ने आइएस के जुड़े अंतरराज्यीय माड्यूल का पर्दाफाश करते हुए आठ आतंकियों को गिरफ्तार किया है। चार राज्यों में 19 ठिकानों पर राज्य पुलिस के सहयोग से मारे गए छापों में बड़ी मात्रा में आइईडी बनाने से संबंधित सामान व विस्फोटक, इलेक्ट्रानिक उपकरण और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र और कर्नाटक में फैला था माड्यूल का जाल
एनआइए ने इसे बेल्लारी माड्यूल का नाम दिया है, जो देशभर में कालेज के छात्रों को आतंकी हमले के लिए मुजाहिदीन बनने के लिए प्रेरित करता था। एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कई राज्यों में सक्रिय आइएस के बेल्लारी माड्यूल की जानकारी मिलने पर 14 दिसंबर को एफआइआर दर्ज की गई थी। उसके बाद झारखंड, दिल्ली, महाराष्ट्र और कर्नाटक पुलिस की मदद से माड्यूल से जुड़े लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाने लगी।
चार राज्यों में 19 स्थानों पर राज्य पुलिस के सहयोग से एनआइए के छापे
सोमवार सुबह इनके कर्नाटक में बेल्लारी व बेंगलुरु; महाराष्ट्र में अमरावती, पुणे व मुंबई, झारखंड में बोकारो व जमशेदपुर और दिल्ली के ठिकानों पर छापे मारे गए। राज्य पुलिस के साथ तालमेल व आतंकियों के बारे में सटीक जानकारी के आधार पर माड्यूल के सरगना मिनाज उर्फ सुलेमान (बेल्लारी से) सहित आठ आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार अन्य आतंकियों में बेल्लारी से ही सैयद समीर, मुंबई से अनस इकबाल शेख, बेंगलुरु से मोहम्मद मुनिरुद्दीन, सैयद समीउल्ला उर्फ सामी व मुहम्मद मुजम्मिल, दिल्ली से शायन रहमान उर्फ हुसैन और जमशेदपुर से मोहम्मद शहबाज उर्फ जुल्फीकार उर्फ गुड्डू शामिल हैं।
एनआइए के अधिकारी के अनुसार माड्यूल का उद्देश्य आइएस के जेहाद के लिए भारत में युवाओं को तैयार करना था। कालेज के युवाओं के बीच वितरित किए जाने वाले मुजाहिदीन भर्ती से संबंधित दस्तावेज इसकी गवाही देते हैं।
माड्यूल के आतंकी चार राज्यों में रहते हुए भी इंक्रिप्टेड एप के जरिये एक-दूसरे से संपर्क में रहते थे। उनके ठिकानों से बड़ी मात्रा में सल्फर, पोटेशियम नाइट्रेट, चारकोल, गन पाउडर, चीनी, एथनाल और धारदार हथियार मिले हैं। इसके साथ मिले स्मार्टफोन और डिजिटल उपकरणों से साफ है कि इन सामानों को आइईडी बनाने के लिए इकट्ठा किया गया था। माड्यूल की कोशिश पूरे देश में अपना नेटवर्क फैलाने और जल्द ही आतंकी हमलों को अंजाम देने की थी।