न्यू फैमिली हॉस्पिटल बिना मानक के मांग रहा नया लाइसेंस, नोडल अधिकारी पर राजनैतिक दवाब

न्यू फैमिली अस्पताल का नही है लाइसेंस, बिना डाक्टर के मरीज भर्ती

बदायूं। सदर कोतवाली क्षेत्र में न्यू फैमिली हॉस्पिटल लालपुल स्थित में इलाज के दौरान एक बच्ची की मौत होने पर उसे ठीक बताकर परिजनों को सौंपने के मामले एसीएमओ के साथ जांच के लिए गई टीम ने देखा कि अस्पताल में लाइसेंस पंजीकरण में दो डाक्टर नामित है जिसमें एक एमबीबीएस एमडी महिला डाक्टर और दूसरे सुशील कुमार बीडीएस डाक्टर सुलतानपुर जनपद के है जिनमें एक भी डाक्टर कभी अस्पताल नही आए बिना बाल रोग विशेषज्ञ के हॉस्पिटल में नवजात शिशुओं का इलाज किया जा रहा था जिसकी वजह से जच्चा बच्चा मौत हो चुकी है।

जिला पंजीकरण सेल अधिकारी डा. मोहमद तहसीन डा.कौशल गुप्ता लिपिक पारस कुमार सिंह ने साक्ष्यों के आधार पर अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया था और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस देकर कई बिंदुओं पर जवाब मांगा है। लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं दिया है बल्कि कार्रवाई से बचने के लिए हॉस्पिटल के मालिक सत्ताधारियों नेताओं से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनवा रहा है अधिकारियों के सुस्ती चलते न्यू फैमिली हॉस्पिटल पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। जिससे जनमानस को काफी हानि हो चुकी है और हॉस्पिटल का संचालन बदसूरत जारी है।

जिला पंजीकरण सेल अधिकारी डा. पंकज कुमार शर्मा दवाब में आकर दूसरे नाम से अस्पताल का लाइसेंस देने को तैयार हो गए है अस्पताल के मानक आज भी पूरे नही है अगर इस अस्पताल को नया लाइसेंस दिया गया तो साक्ष्य के आधार पर जिला पंजीकरण सेल अधिकारी डॉक्टर पंकज कुमार शर्मा जांच के घेरे में आ सकते हैं।

सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में रोजगार दफ्तर के पास रहने वाले अमित गुप्ता ने अपनी 21 दिन की बेटी प्रीति को इलाज के लिए सदर कोतवाली क्षेत्र में लालपुल स्थित न्यू फैमिली हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। आरोप है कि बच्ची की इलाज में लापरवाही से 30 नवंबर को मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों को यह कहकर बच्ची सौंप दी गई कि वह ठीक है, उसे घर ले जाएं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जुनैद आलम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।

मामला जब उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो जिला पंजीकरण सेल अधिकारी डा. मोहमद तहसीन डा.कौशल गुप्ता लिपिक पारस कुमार सिंह टीम के साथ अस्पताल पहुंचे जहां साक्ष्यों के आधार पर अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया था और संचालक को नोटिस देकर वापस लौट आए। स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के चलते आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है बल्कि जिला पंजीकरण सेल अधिकारी डा पंकज कुमार शर्मा के द्वारा नया लाइसेंस जारी करने का काम किया जा रहा है।

सीएमओ डॉ अब्दुल सलाम खान ने बताया कि अस्पताल चल रहा है मेरे संज्ञान में नहीं है अगर कोई नया लाइसेंस मांग रहा है तो हम उसे मना नही कर सकते अगर वेरिफकेशन में मानक पूरा करता है तो उसे बाद ही लाइसेंस जारी होगा।

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