बेहजम खीरी- जाको राखे सांइयां, मार सके ना कोय,इस कथन को सत्यार्थ करते हुए थाना नीमगंाव क्षेत्र के सोनौरा गांव में तालाब के किनारे पड़ी एक नवजात की किलकारी से एक बार फिर ममता शर्मसार हुई।प्राप्त विवरण के अनुसार नीमगंाव थाना क्षेत्र के सोनौरा गंाव में किसी कलयुगी मां ने अपना पाप छिपाने के लिए गंाव के बाहर तालाब के किनारे मरने के लिए छोड़ दिया किन्तु वह तो संसार में रहने देखने के लिए आई है।उसकी पुकार सुनकर वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और पहले पुलिस फिर बाल संरक्षण आदि के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचका जिसका कोई नहीं उसका खुदा होता है यारों को चरितार्थ करते हुए राख में लिपटी बच्ची को सरकारी संरक्षण देकर अस्पताल पहुंचा दिया। जहां उसका इलाज देखरेख एवं सभी जरूरी व्यवस्था कर दी गई। वहीं अब गंाव से लेकर क्षेत्र के कई लोग उसे अपनाने के लिए भी आतुर हैं।वह कहां पलेगी,बढेगी।यह भविष्य तय करेगा।यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।