एग्जिट पोल बता रहा एनडीए की सुनामी तो आइएनडीआइए कर रहा सरकार बनाने का दावा

छपरा। संसदीय चुनाव का मतदान समाप्त हो चुका है। अब मतगणना की प्रतीक्षा है। सोमवार की रात इस इंतजार की आखिरी रात है। यह रात सियासी लड़ाकों के लिए भारी है। क्योंकि, मंगलवार 4 जून को उनका मंगल और अमंगल तय होने वाला है। इसके पहले आए मीडिया हाउस के एग्जिट पोल, एनडीए की सुनामी बता रहे हैं। हालांकि, आइएनडीआइए गठबंधन सरकार बनाने का दावा कर रहा है।

सारण और महाराजगंज संसदीय सीट के रिजल्ट को लेकर भी अपने-अपने दावे हैं। सारण की राजनीति की बारीक समझ रखने वाले हों या सियासी दलों के स्थानीय नेता-कार्यकर्ता, सभी ईवीएम में बंद वोटों की गुणा-गणित बैठा ताबड़तोड़ अलग-अलग दावे ठोक रहे हैं। कोई भी दलीय सख्सियत अपने प्रत्याशी को कमतर कर नहीं आंक रहा। लेकिन, कहते हैं न कि दावा है दावे का क्या। ये दावे कितने सटिक हैं यह तो ईवीएम में कैद जनता का फैसला सामने आने पर ही पता चल पायेगा।

सारण की चुनावी जंग में वैसे तो 14 प्रत्याशी हैं पर मुकाबला भाजपा के राजीव प्रताप रुडी और राजद की डा. रोहिणी आचार्य के बीच है। रुडी यहां के चार टर्म एमपी रह चुके हैं और लगातार दो चुनावों से लगातार यहां विजय पताका फहरा रहे हैं, जबकि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी पहली बार यहां के चुनाव मैदान में उतरी हैं। इसी तरह महाराजगंज में कुल पांच उम्मीदवार हैं, पर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच सीधी टक्कर है। भाजपा प्रत्याशी जनार्दन सिंह सिग्रीवाल लगातार दो टर्म से यहां के सांसद हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र आकाश कुमार सिंह पहली बार यहां के चुनावी अखाड़े में उतरे हैं।

भाजपा का दावा दोनों सीटों पर क्लीन स्विप का
भाजपा के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह का दावा है कि हम सारण और महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में इस बार भी क्लीन स्विप कर रहे हैं। सारण के अपने दलीय प्रत्याशी की जीत का वे आकलन स्पष्ट करते हुए कहते हैं कि यहां छह विधानसभा क्षेत्र है। गड़खा में करीब पांच हजार और परसा में लगभग 10 हजार वोटों से हमारी हार होगी। सोनपुर में राजद के साथ हम बराबरी पर रहेंगे।

अमनौर में हम 10 हजार और मढ़ौरा में चार-पांच हजार वोटिंग से आगे रहेंगे। किसी भी संसदीय चुनाव में हम छपरा विधानसभा क्षेत्र में नहीं हारे हैं और इसबार भी यहां हमारी लीडिंग 50 से 60 हजार के बीच रहेगी। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष का महाराजगंज के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में जीत का दावा है।

वे कहते हैं कि एनडीए के आधार वोटों में जितने टूट की बातें हो रही है, वह सच नहीं है। वे स्वीकार करते हैं कि टूट हुई है, पर 10 फीसदी से अधिक नहीं। पिछड़ा वर्ग का साथ और हर विधानसभा क्षेत्र में आधी आबादी की अधिक पोलिंग बता रहा है कि यहां एस बार फिर बीजेपी उम्मीदवार की जीत होगी।

राजद का दावा दोनों संसदीय सीट पर पलटने वाली है बाजी
राजद जिलाध्यक्ष सुनील राय का कहना है कि सारण और महाराजगंज में तेजस्वी यादव की लोकप्रियता और लालू प्रसाद के यहां कराये गये विकास कार्यों ने बाजी पलट दी है। वे कहते हैं कि हम केवल छपरा विधानसभा क्षेत्र में कुछ पीछे रहेंगे और पांच में बहुत आगे।

इसी तरह महाराजगंज संसदीय सीट के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवार आगे रहेंगे। वहीं जिला राजद प्रवक्ता हरेलाल यादव का कहना है कि इस बार सारण और महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में मोदी का मैजिक नहीं चला है। यहां इसबार मुद्दा बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी व पलायन का था और इससे खफा लोगों ने भाजपा के विरोध में जमकर वोटिंग किया है।

कांग्रेस को सालों बाद विजय पताका फहरने का दावा
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह का दावा है कि सालों बाद महाराजगंज में उनके पार्टी का विजय पताका फहरने जा रहा है। उनका कहना है कि आइएनडीआइए समर्थित सौ प्रतिशत वोट कांग्रेस उम्मीदवार को मिला है। साथ ही एनडीए के आधार वोटों में हमने 50 प्रतिशत सेंधमारी की है। सारण संसदीय क्षेत्र में भी एनडीए के आधार वोट जबर्दस्त ढंग से बंटे हैं और राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य भारी वोटों के अंतर से जीतने जा रही हैं। दोनों सीटों पर आइएनडीआइए के प्रत्याशी की भारी मतों से जीत हो रही है।

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