राष्ट्रीय एकता दिवस व नौ साल-सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण विषय पर नगरा में प्रचार -प्रसार कार्यक्रम सम्पन्न

सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ द्वारा आयोजन किया गया कार्यक्रम

कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को राष्ट्रीय एकता दिवस की दिलाई गई शपथ, जीते आकर्षक पुरस्कार

बलिया। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ द्वारा नगरा में एक मैरेज हॉल में राष्ट्रीय एकता दिवस एवं 9 साल- सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण विषय पर प्रचार-प्रसार कार्यक्रम किया गया।
मुख्य अतिथि छट्ठू राम ने कहा कि एकता दिवस के मौके पर नगरा में इस तरह की प्रचार- प्रसार के आयोजन से नई पीढ़ी व विद्यार्थियों को सरदार बल्लभ भाई पटेल की जीवनी, कार्यों और प्रयासों व भारत के इतिहास को जानने का मौका मिलेगा। कहा कि भारत सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएँ जो 9 साल- सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण विषय पर बनी है, उससे आम जनता को केंद्र सरकार द्वारा विगत 9 वर्षों में चलाये गये कार्यक्रमों, नीतियों और उनकी उपल्बधियों का ज्ञान मिल रहा।विशिष्ट अतिथि आफ़ताब अहमद, खण्ड विकास अधिकारी ने कहा कि पिछले नौ सालों में विकास की एक नई धारा देश में बह रही है, जिसमें सभी वर्गों के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन सरकार कर रही है। कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के ध्येय को सामने रखकर काम करने के कारण दुनिया भर में एक नए और सशक्त भारत की छवि तैयार हुई है। गावों में सभी लोगों को मिलकर एक दूसरे की मदद से विकास तेजी से होगा। केंद्रीय संचार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी जय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस एवं 9 साल- सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण विषय पर प्रचार-प्रसार व वाल हैँगिग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसका अवलोकन महिलाओं, बच्चों, विद्दार्थियों, बुजुर्गों और आमजनों ने किया। कहा कि उनका विभाग इस तरह के आयोजन उतर प्रदेश के अन्य शहरों में करता रहेगा। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को मुख्य अतिथि द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई गई। उपस्थित जनसमूह में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कर विजयी प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर अमरजीत सिंह , अरविन्द गौतम, मनोज कनौजिया, गुलाब कैप्टन मौर्या, संजीव उर्फ़ उमेश बाबा देवेंद्र पटेल, तारा चंद चौहान, सुरेमन पासवान, राम कुमार आदि रहे।

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