पर्यावरण रक्षा की अलख जला रहे दरोगा दंपत्ति को मिला राष्ट्रीय पर्यावरण मित्र सम्मान

उन्नाव । श्री आद्य शंकराचार्य धर्मस्थान संसद माघ मेला , प्रयागराज में स्वामी अधोक्षजानंद देव तीर्थ शिविर में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय प्राकृतिक धर्म आध्यात्म मंथन शिविर में जनपद उन्नाव के पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात दरोगा दंपत्ति अनूप मिश्रा अपूर्व (सब इंस्पेक्टर) और रीना पांडेय ( सब इंस्पेक्टर ) को पर्यावरण रक्षा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए श्रद्धेय जगद्गुरु शंकराचार्य श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज द्वारा राष्ट्रीय पर्यावरण मित्र सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अनूप मिश्रा अपूर्व ने कहा कि पेड़ पौधों और हम सभी में परमात्मा का अंश होता है यही सनातन संस्कृति का मुख्य संदेश है। हमारे तीज त्योहार और दैनिक जीवन शैली को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा गया है इसीलिए पीपल , आंवला, नीम , बरगद , तुलसी आदि पेड़ पौधों की पूजा अर्चना की जाती है। पेड़ पौधों से आत्मिक संबंध होने पर हम उसकी रक्षा व संवर्धन की मुहिम को सार्थक कर सकते हैं। माघ मेला के पावन संगम तट पर प्रकृति धर्म के पुजारियों का जो अनूठा संगम हुआ है वह आने वाले समय में पर्यावरण रक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा। सनातन संस्कृति और त्योहारों को पीपल नीम तुलसी अभियान के संस्थापक पर्यावरणविद डॉ.धर्मेंद्र कुमार के संयोजन में पड़ोसी देश नेपाल और उड़ीसा , उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के पर्यावरण प्रेमी शामिल हुए। इस अवसर पर देशभर के चुनिंदा पर्यावरण प्रेमियों को प्रकृति संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट कर राष्ट्रीय पर्यावरण मित्र सम्मान से सम्मानित किया गया। ट्री मैन के नाम से मशहूर अनूप मिश्रा अपूर्व और उनकी पत्नी रीना पांडेय ने पुलिस की ड्यूटी को बखूबी निभाते हुए 1 लाख से अधिक पौधे लगाने और सेल्फी विद झोला अभियान के तहत हजारों लोगों को कपड़े और जूट से बने थैलों को उपयोग लाने के प्रति जागरूक करने का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। दरोगा दंपत्ति द्वारा स्कूलों में जाकर बच्चों को वृक्ष कथा सुना कर पेड़ पौधों की रक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है। अनूप मिश्रा द्वारा उन्नाव को सुंदर स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से ग्रीन उन्नाव क्लीन उन्नाव मुहिम चलाई जा रही है जिसके तहत स्कूल और मोहल्ले में ग्रीन क्लीन आर्मी का गठन किया जाता है।


हसदेव जंगल को बचाने व जीवन दायनी नदियों के अस्तित्व को बनाये रखने के लिए देश प्रदेश से आए हुए पर्यावरण योद्धाओं ने कहा कि प्रकृति संरक्षण हम सबकी आवश्यकता है, इसलिए एकजुट होकर काम करना चाहिए। छोटी नदियाँ बचाओ अभियान अध्यक्ष ब्रिजेंद्र प्रताप सिंह ने जल संकट और नदी संरक्षण पर चर्चा की। माघ मेला में पर्यावरण संरक्षण जागरूकता हेतु प्रभात फेरी निकाली गई ,नुक्कड़ नाटक और गीत संगीत के जरिए भी पर्यावरण की रक्षा तथा उसके संवर्धन का संदेश दिया गया। पर्यावरण मित्रों ने अपने कार्यों व अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमियों द्वारा पीपल नीम तुलसी के पौधे और बीज श्रद्धालुओं को बांटे गए और अधिक से अधिक पेड़ लगाने और उनकी रक्षा का संदेश दिया गया। समाज सेविका , लेखिका और पर्यावरणविद् डा. हर्ष प्रभा की पुस्तक अनुभव का विमोचन हुआ।

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