फतेहाबाद । सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद सुनीता दुग्गल द्वारा गत दिवस आंदोलन कर रहे किसानों को विपक्षी दलों के कार्यकर्ता बताने से खफा किसानों ने शुक्रवार को जाखल पहुंची सांसद का जमकर विरोध किया। किसानों के विरोध को देखते हुए सांसद सुनीता दुग्गल उनके बीच पहुंची। अपने बयान पर सफाई देते हुए किसानों से माफी मांगी। इस अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे को लेकर सांसद को मांग पत्र भी सौंपा गया। शुक्रवार को सांसद सुनीता दुग्गल ट्रेन के माध्यम से जाखल पहुंची थीं।
किसानों के बीच पहुंची सांसद को किसानों ने कहा कि फतेहाबाद जिले में बाढ़ व सेम से किसानों की हजारों एकड़ फसल खराब हुई है। उन्होंने मांग की कि बाढ़ व सेम से खराब हुई फसल के लिए किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। जिन खेतों में किसानों ने दोबारा बिजाई कर ली है, उन किसानों को 30 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा मिले। बाढ़ के कारण जिन किसानों, मजदूरों के मकानों को नुकसान पहुंचा है, उन प्रभावित लोगों को 2 लाख रुपये, ट्यूब्वैलों को हुए नुकसान पर 2 लाख रुपये प्रति ट्यूब्वैल मुआवजा दिया जाए।
सीएम द्वारा हाल ही में दोबारा बिजाई करने वाले किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने को नाकाफी बताते हुए किसानों ने कहा कि धान की फसल की पौध खरीदने व लेबर पर काफी खर्च हो चुका था। संयुक्त किसान मोर्चा ने एसपी से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के 6 महीने के बिजली बिल माफ करने, किसानों-मजदूरों द्वारा लिए गए लोन का 6 महीने का ब्याज माफ करने की भी मांग की।
सांसद सुनीता दुग्गल ने किसानों को लेकर लिए गए बयान पर सफाई देते हुए कहा कि पिछले दिनों जब वे सिरसा जिले के दौरे पर थी तो अनेक स्थानों पर एक महिला नेत्री की शह पर लोगों ने उनकी गाड़ी को तोड़ऩे व रास्ते रोकने की कोशिश की गई थी। अब उन्हें पता चला है कि उस महिला नेता ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। उन्होंने जो बयान दिया था, वह उस महिला नेता को लेकर था न कि आंदोलन कर रहे किसानों को लेकर। अगर यहां के किसानों को लगता है कि उन्होंने यह बात उन्हें लेकर कही है तो वे किसानों से माफी मांगती है।