जनपद में विकसित किया जाए कृषि आधारित पर्यटन केंद्र : सांसद
बलिया। सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक संपन्न हुई। जिसमें स्लाइड के माध्यम कामेश्वर धाम, कारो के समेकित पर्यटन विकास एवं ईको टूरिज्म योजना के अंतर्गत सुरहाताल एवं ग्राम सभा मैरीटार में स्थित सुरहा में देशी-विदेशी पर्यटकों के सुविधा के लिए विकास कार्यों सहित जनपद में पर्यटन के विकास के कुछ अन्य प्रस्तावों पर चर्चा की गई।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, आजमगढ़ मंडल रविंद्र कुमार ने बताया कि प्रसाद योजना के तहत कामेश्वर धाम मंदिर,कारो के पुनर्विकास के लिए सर्वे कराकर डीपीआर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जिसे भारत सरकार को भेजा जाना है। उन्होंने इस मंदिर के विकास के लिए बने विभिन्न प्रस्तावों को स्लाइड के माध्यम से सांसद के सामने प्रस्तुत किया। इस शिव मंदिर परिसर में टूरिस्ट शेल्टर, शौचालय,तालाब, चारों तरफ पाथवे का निर्माण, पार्किंग, ब्रिज,मल्टीपरपज हॉल, रानी का तालाब, धर्मशाला और योगा सेंटर सहित अन्य निर्माण कार्य होना है।
सांसद ने पर्यटन अधिकारी को अलग से कथा व प्रवचन के लिए ओपन हाल बनाने और बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। पराशर मुनि आश्रम के सौंदर्यीकरण और पर्यटन विकास के मामले में सांसद ने पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिया कि एक अलग से डेमोंस्ट्रेशन बिल्डिंग का निर्माण किया जाए, जहां पर मोटे अनाजों के बीज, बुवाई और उसकी उपयोगिता से संबंधित सभी तकनीकी विषयों पर आधारित ज्ञान संग्रह से संरक्षित हो। उन्होंने जनपद में एग्रो टूरिज्म पर आधारित पर्यटन केंद्र विकसित करने पर जोर दिया। बताया कि बलिया ऋषि पराशर की तपोभूमि है। उन्होंने 1000 साल पहले कृषि पाराशर शास्त्र किताब लिखा है, जिसमें सभी मोटे अनाजों का वर्णन है।
सांसद ने पर्यटन अधिकारी को भृगु मंदिर कॉरिडोर, खोपड़ियां बाबा, मुनिश्वर महादेव मंदिर और बैरिया शहीद स्मारक को प्राथमिकता के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर शासन में भेजने का निर्देश दिया।