निर्वाचन व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक

बहराइच । आसन्न लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को स्वतन्त्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से बुधवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन की विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए तैनात किये गये प्रभारी अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि निर्वाचन जैसे अतिमहत्वपूर्ण कार्य को भारत निर्वाचन आयोग की मंशानुरूप सम्पन्न कराये जाने को एक चुनौती के रूप में स्वीकार करें तथा यह सुनिश्चित करें कि सभी कार्य समयबद्धता के साथ अन्जाम दिये जाएं।
सकुशल निर्वाचन प्रकिया सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत मतदान कार्मिक, इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन, यातायात, प्रशिक्षण, लेखन सामग्री, प्रेक्षक व्यवस्था, निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण, डाक मतपत्र, वेबकास्टिंग, सूचनाओं का आनलाईन प्रेषण, निर्वाचन कन्ट्रोल रूम, बैरीकेटिंग, प्रकाश, वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी, एमसीएमसी, निर्वाचन प्लान, मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (स्वीप) कार्यक्रम सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए नियुक्त किये गये प्रभारी अधिकारियों से डीएम ने वन-बाई-वन फीड बैक प्राप्त करते हुए निर्देश दिया कि सभी अधिकारी आर.ओ. हैण्ड बुक का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए भारत निर्वाचन आयोग की मंशानुरूप कार्यवाही करें। डीएम ने अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन के सम्बन्ध में सौपी गयी जिम्मेदारियों को पूरा करने में अपने-अपने अनुभवों का भी लाभ उठायें।
मतदान कार्मिक एवं प्रशिक्षण व्यवस्था की समीक्षा के दौरान डीएम ने सीडीओ व अपर जिलाधिकारी से कहा कि दक्ष व जिम्मेदार अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर्स बनाया जाय। मतदान के विभिन्न चरणों के प्रशिक्षण हेतु डीएम ने सुझाव दिया कि प्रत्येक कार्य के लिए अलग-अलग पीपीटी तैयार की जाय। डीएम ने सुझाव दिया कि पीपीटी को प्रश्नोत्तरी जैसे प्रारूप में तैयार करते समय आसान भाषा का प्रयोग किया जाये जिससे सभी स्तर के मतदान कार्मिक प्रशिक्षण का लाभ उठा सकें। डीएम ने प्रभारी अधिकारी मतदान कार्मिक को निर्देश दिया कि ज़ोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों, मतदान कार्मिकों तथा निर्वाचन को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए गठित की जाने वाली टीमों के प्रशिक्षण हेतु स्थान का चयन कर लिया जाय। उन्होनें कहा कि जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति पहले से कर उनको प्रशिक्षण भी प्रदान कर दिया जाय।
प्रभारी अधिकारी मतदान कार्मिक को निर्देश दिया गया कि प्रशिक्षण के उपरान्त ज़ोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों को चेक-लिस्ट देकर क्षेत्र का भ्रमण कराकर पोलिंग स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाओं, क्षेत्र की संवेदनशीलता, ईपिक की स्थिति इत्यादि के बारे में जानकारी भी प्राप्त कर सकें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सभी ज़ोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों को यह भी निर्देश दिया जाय कि क्षेत्र के भ्रमण के दौरान गरीब बस्तियों में भी अवश्य जायें और गॉव-जवार के ज्यादा से ज्यादा लोगों से सम्पर्क करें, आपस में एक-दूसरे के मोबाइल नम्बरों का आदान-प्रदान करें ताकि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन इत्यादि के सम्बन्ध में लोग जानकारी उपलब्ध करा सकें। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक वृन्दा शुक्ला ने कहा कि सभी उप जिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी संयुक्त रूप से स्वयं क्षेत्र का भ्रमण कर वनरेबुल व क्रिटीकल बूथों की सूची उपलब्ध कराये ताकि अग्रिम कार्यवाही की जा सके। साथ ही जनपद में शान्तिपूर्ण एवं सकुशल निवार्चन प्रकिया सम्पन्न कराने के लिए नियमानुसार निरोधात्मक कार्यवाही भी कर ली जाय।
बैठक का संचालन उप जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर, मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, उप जिलाधिकारी मोतीपुर संजय कुमार, महसी के राकेश कुमार मौर्या, कैसरगंज के पंकज दीक्षित व पयागपुर दिनेश कुमार, जिला विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक डीआरडीए राज कुमार, उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्तराम तिवारी, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, उपायुक्त उद्योग केशव राम वर्मा, डीआईओ एनआईसी योगेश यादव सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए नामित नोडल अधिकारी मौजूद रहे।

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