लखनऊ । उत्तर प्रदेश में सड़कों की मरम्मत के लिए धनराशि अवमुक्त होनी शुरू हो गयी है। सड़कों की मरम्मत के लिए गाइडलाइन भी जारी हुई है। बावजूद प्रदेशवासी को चलने योग्य सड़क नहीं मिल पा रही है। इस पर लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद एक बार पुनः चिंतित है और अपने भरोसेमंद अधिकारियों के साथ मंथन कर रहे हैं।
लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद को आये दिन मिलने आने वाले जनप्रतिनिधि और भाजपा के कार्यकर्ता चलने योग्य सड़कों की मांग करते हैं। ये कार्यकर्ता अपने क्षेत्र की मरम्मत मांग रही सड़कों की फोटो भी मंत्री को दिखाते हैं। सड़कों के लिए गुणवत्ता की बात करते हुए जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की सड़क को चलने योग्य बनाने के लिए आवदेन प्रपत्र भी सौंपते हैं।
गत दिनों भाजपा के कार्यकर्ता, नेताओं की मांग पर जितिन प्रसाद ने सड़कों की मरम्मत के लिए अपने अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान कुछ सड़कों को दुरुस्त करने के लिए धनराशि भी जारी करायी। सड़कों पर चलते हुए वाहनों की रगड़ से गिट्टी के उखड़ने, तारकोल को छोड़ने जैसी समस्याओं के लिए जितिन प्रसाद ने अपने अधिकारियों को गुणवत्ता का ध्यान रखने के निर्देश भी दिए।
मंत्री जितिन प्रसाद सड़कों को चलने योग्य बनाने के लिए एक प्लान तैयार करा रहे हैं। इसमें लोक निर्माण विभाग की सड़कों पर पिच बनाने के बजाय उसे कुछ मीटर तक बनाने पर जोर दिया जाएगा। इससे सड़कों के गड्ढे भरने के लिए बनने वाली पिच सड़क के नाप के बराबर होती मिलेगी। फिलहाल पिच पर पहिया पड़ने पर एक ही मिनट में दो बार शाकर ऊपर-नीचे होता है।