न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए भारत की इन जगहों पर जाकर बनाएं दिन को शानदार

हाल ही में क्रिसमस के लॉन्ग वीकेंड में मनाली की सड़कें गाड़ियों से भरी हुई थी। ऐसा ट्रैफिक जाम था कि लोगों को कई घंटे गाड़ी में ही बैठकर बिताना पड़ा। ऐसे जगहों पर क्या ही मौज-मस्ती कर पाएंगे, लेकिन अगर आप शहर से बाहर ही कहीं जाकर नए साल का जश्न मनाने की सोच रहे हैं, तो आज हम आपको ऐसी कुछ जगहों के बारे में बताएंगे जो भीड़ और शोरगुल से हैं कोसों दूर और साथ ही बेहद खूबसूरत भी। यहां आप सर्दियों में आकर भी बंपर एन्जॉय कर सकते हैं।

मलाना, हिमाचल प्रदेश
मलाणा हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा गांव है। कुल्लू जिले में स्थित मलाना गांव खूबसूरती के अलावा अपनी संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं के लिए मशहूर है। अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो ये जगह आपको बहुत पसंद आएगी। सर्दियों में यहां आकर आप स्नोफॉल भी देख सकते हैं।

लंढौर, उत्तराखंड
उत्तराखंड में मसूरी के पास बसा है लंढौर। जहां की खूबसूरत पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। नेचर से लेकर एडवेंचर लवर्स तक को ये जगह बहुत पसंद आएगी। इसी गांव में फेमस राइटर रस्किन बॉन्ड का भी घर है। साथ ही यहां कुछ ब्रिटिश जमाने के चर्च भी हैं, जैसे केलॉग चर्च, सेंटपॉल और मेथोडिस्ट चर्च…जिसे देखना मिस न करें।

खिमसर, राजस्थान
राजस्थान घूमने का बेस्ट सीज़न वैसे सर्दियां ही हैं, लेकिन यहां का उदयपुर हो या जैसलमेर या फिर पिंक सिटी जयुपर…इस दौरान पर्यटकों से खचाखच भरा रहता है। ऐसे में आप इन जगहों से हटकर राजस्थान के खूबसूरत गांव खिमसर निकल जाएं। इस गांव में आकर आपको एक अलग ही नजारा देखने को मिलेगा। पूरा गांव मरुस्थल से घिरा हुआ है। जैसलमेर जैसी सफारी का आनंद आप यहां आकर भी ले सकते हैं। खिमसर को खासतौर से अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है।

पूवर, केरल
केरल की हर एक जगह इतनी खूबसूरत है कि आपका वेकेशन यादगार बन जाएगा, लेकिन पूवर यहां का एक बेहद खूबसूरत गांव है, जो तिरुवनंतपुरम के दक्षिणी सिरे पर मौजूद है। केरल के पूवर गांव में आकर आप कई सारी एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं। बीच पर रिलैक्स करने के अलावा हाउस बोट में ठहरने और बैक वॉटर्स का भी एक्सपीरियंस ले सकते हैं। यहां अजिमाला शिव मंदिर भी घूम सकते हैं। पूवर घूमने का बेस्ट टाइम अक्टूबर से फरवरी है।

लाचुंग, सिक्किम
सिक्किम स्थित लाचुंग गांव भी ऐसा है जहां आप न्यू ईयर सेलिब्रेशन का प्लान कर सकते हैं। 2400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है लाचुंग शहरी भीड़भाड़ से एकदम दूर है। शायद इसी वजह से इस जगह की खूबसूरत अभी भी बरकरार है। लाचुंग में भारतीयों से ज्यादा विदेशी पर्यटक देखने को मिलते हैं। तिब्बत बॉर्डर से सटा लाचुंग गांव चारों तरफ से बर्फ के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों से घिरा हुआ है। जो आपके वेकेशन को बना देगा शानदार।

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