मासूम छात्रा को नही मिला न्याय तो करेगें मुख्यमंत्री से शिकायत

कार्यवाही के लिए छात्रा के पिता ने सूर्या पब्लिक स्कूल के खिलाफ खोला मोर्चा

विभागीय को शिकायती पत्र देने के बाद भी कार्यवाही में हो रही हीला हवाली

हैदरगढ़ बाराबंकी। थाना लोनीकटरा क्षेत्र स्थित सूर्या पब्लिक स्कूल में अध्यनरत एक छात्रा को विद्यालय प्रबन्धक ने फीस ना जमा होने के कारण परीक्षा से वंचित कर स्कूल से खदेड़ दिया। प्रधानाचार्य के इस व्यवहार से आहत छात्रा सदमे में चली गई और उसे आनन-फानन अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। छात्रा के पिता ने विद्यालय प्रबन्धतंत्र के खिलाफ जिलाधिकारी को लिखित शिकायती पत्र देकर दोषियो के विरूद्व कड़ी कार्यवाही की मांग की है। जानकारी के अनुसार मामला त्रिवेदीगंज क्षेत्र के भिलवल मकनपुर स्थित सूर्या पब्लिक स्कूल का है।

उक्त विद्यालय में क्लास थर्ड में अध्यनरत छात्रा अन्नया पटेल को बीते सप्ताह विद्यालय प्रधानाचार्य ने महज दो माह की फीस ना जमा होने के कारण परीक्षा से वंचित कर विद्यालय से खदेड़ दिया। रोते हुए मासूम घर पहुंची और अपने पिता दिलीप कुमार से सारी आप बीती सुनाई। जिसके बाद मासूम के पिता विद्यालय गए और घटना क्रम की जानने की कोशिश किया लेकिन उनसे विद्यालय प्रबंधतंत्र मिलने से इंकार कर दिया। जिसके बाद पीडित पिता ने मामले की लिखित शिकायत प्रभारी निरीक्षक लोनीकटरा से किया। स्थानीय थाने पर शिकायती पत्र देने के बाद भी जब कोई कार्यवाही नही हुई तों मासूम के पिता ने जिलाधिकारी को लिखित पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है। मासूम के पिता दिलीप पटेल ने बताया कि पुत्री अनन्या पटेल कक्षा तीन की छात्रा है जो वर्ष 2018 से लगातार सूर्या पब्लिक स्कूल में अध्यनरत है। समयावधि के अंदर हर माह फीस भी जमा की जाती थी। परंतु वर्तमान समय में स्थित ठीक ना होने के कारण 2 महीने की फीस नहीं जमा कर पाए जिसके लिए उन्होंने विद्यालय प्रशासन से 15 दिन का समय मांगा था।

इसके बावजूद विद्यालय प्रधानाचार्य की सह पर बच्ची को बाहर खड़ा किया जाता था, साथ ही विद्यालय प्रबंधतंत्र द्वारा मेरी पुत्री को परीक्षा से भी वंचित कर दिया। पीड़ित पिता ने यह भी बताया कि मै उक्त विद्यालय के खिलाफ प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करूगां। वही विद्यालय प्रधानाचार्य शुभांजलि मालवीय से बात किया गया तो उनका कहना था कि बच्चे को फीस के लिए कहा गया था उसे बाहर नही किया। सीसीटीवी कैमरे में सब कुछ मौजूद है, समय आने पर सब दिखा दूंगी। वही प्रभारी निरीक्षक लोनीकटरा बात किया तो उनका कहना था मामला शिक्षा विभाग का है कार्यवाही शिक्षा विभाग के द्वारा कि जाएगी।

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55 हजार फीस देने में असमर्थ हुआ पिता

नेरा कबूलपुर गांव निवासी दिलीप कुमार ने बताया कि मेरा पुत्र रवि किशन सूर्या पब्लिक स्कूल में कक्षा 09 का छात्र था। कोरोना काल के दौरान सरकार द्वारा समस्त विद्यालयों को बंद करा दिया था। जिसके बाद मेरा पुत्र घर पर ही पढ़ाई करने लगा। जब कोरोना वायरस का कहर कुछ कम हुआ तो मै अपने बच्चे को कक्षा 10 में एडमिशन कराने के लिए गया। वहां मौजूद स्टाप द्वारा बीते वर्ष के 55 हजार रूपए लगभग फीस की मांग की। कहा कि कोरोना समय में बच्चो को आनलाइन क्लास चल रही थी जिसकी फीस जमा करनी पड़ेगी। पीडित दिलीप कुमार ने बताया कि मै एक किसान हु, इतनी मोटी रकम नही दे पाउगा । जिसके बाद अपने बच्चे का नाम श्री रामेश्वर दास इंटर कालेज नेवाज गंत में लिखा दिया।

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